भारत के थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे नेपाली सेना के प्रमुख जनरल प्रभुराम शर्मा के निमंत्रण पर आज राजधानी काठमांडू पहुंचे. यहां सैनिक अधिकारियों ने गर्मजोशी से जनरल पांडे का स्वागत किया. सेना प्रमुख के रूप में यह जनरल पांडे की पहली नेपाल यात्रा है. जनरल मनोज पांडे 8 सितंबर तक वहां रहेंगे और इस दौरान नेपाल के राष्ट्रपति, नेपाल के प्रधानमंत्री और नेपाली सेना के थल सेना प्रमुख से मुलाकात करेंगे. भारत-नेपाल के बीच बरसों से चली आ रही परम्परा के मुताबिक़ जनरल पांडे को नेपाल की सेना के जनरल का मानद पद भी दिया जाएगा.
अग्निपथ पर चर्चा :
पड़ोसी मुल्कों में भारत के हर तरह के सबसे अच्छे रिश्ते नेपाल से हैं. दोनों की सेनाओं में भी शानदार ताल्लुकात रहे हैं लेकिन अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में ‘अग्निवीर’ सैनिकों की भर्ती को लेकर नेपाल में विवाद है. भारतीय सेना की गोरखा रेजीमेंट में बड़ी संख्या में नेपाली युवा परम्परागत रूप से भर्ती होते हैं लेकिन नेपाल ने ‘अग्निपथ’ योजना की शर्तों से असहमति ज़ाहिर करते हुए अपने नागरिकों की भर्ती की इजाज़त नहीं दी है. स्वाभाविक है कि इस मुद्दे पर जनरल पांडे और नेपाली अधिकारियों व नेताओं के बीच बातचीत होगी. जनरल पांडे इस चार दिवसीय नेपाल दौरे में नेपाल के वरिष्ठ सैन्य और नागरिक नेतृत्व के साथ बैठक कर भारत-नेपाल रक्षा संबंधों को बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा करेंगे.
जनरल पांडे का इनसे मिलने का कार्यक्रम :
दोनों सेनाओं के बीच दोस्ती की रस्म को जारी रखते हुए भारतीय सेना प्रमुख जनरल पांडे को नेपाल के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास ‘शीतल निवास’ में दिनांक 5 सितंबर 2022 को एक समारोह में नेपाल की सेना के जनरल के मानद पद से सम्मानित किया जाएगा. सेना प्रमुख जनरल पांडे का नेपाल सेना मुख्यालय का दौरा करने का कार्यक्रम है जहां वह वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे और नेपाली सेना के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे. अपने दौरे के दौरान सेना प्रमुख नेपाल आर्मी कमांड एंड स्टाफ कॉलेज शिवपुरी के छात्र अधिकारियों और शिक्षकों के साथ भी बातचीत करेंगे. सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे सेना प्रमुख मंगलवार (6 सितंबर 2022) को नेपाल के माननीय से भी मुलाकात करेंगे.
भारत-नेपाल संबंध ऐतिहासिक एवं बहुआयामी हैं तथा आपसी सम्मान और विश्वास के अलावा साझा सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों द्वारा पोषित हैं. रक्षा मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ और ‘एक्ट ईस्ट’ पॉलिसी के अनुसार नेपाल के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता भी देता है. यह यात्रा मौजूदा द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की समीक्षा करने और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी.