भारत के थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार (24 नवंबर) को नागालैंड और मणिपुर में सेना और असम राइफल्स के मुख्यालय का दौरा कर मैदानी स्थितियों का प्रत्यक्ष आकलन किया. उन्होंने दूर दराज़ के क्षेत्रों में तैनात सैनिकों से विस्तृत चर्चा की तथा उनकी परिचालन संबंधी तैयारियों, मनोबल और उनके जन हितैषी अभियानों की तारीफ़ की.
सेना प्रमुख जनरल नरवणे पूर्वोत्तर क्षेत्र में सुरक्षा की स्थितियों की समीक्षा के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर सोमवार को नागालैंड के दीमापुर पहुंचे जहां पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और स्पीयर कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल आर.पी. कलीता द्वारा उत्तरी सीमाओं पर परिचालन संबंधी तैयारियों और असम, नागालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के आंतरिक क्षेत्रों में परिचालन के संबंध में जानकारी प्रदान की गई. थल सेना प्रमुख को नागा शांति वार्ता की प्रगति के बारे में भी बताया गया.
मंगलवार शाम बाद में जनरल नरवणे ने नागालैंड के राज्यपाल महामहिम आर.एन. रवि और मुख्यमंत्री नेफ्यूरियो से मुलाकात की और राज्य में सुरक्षा के हालात के संबंध में चर्चा की. जनरल नरवणे ने उन्हें राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना और असम राइफल्स के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया.
सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने 25 नवंबर को नई दिल्ली वापस लौटने के पूर्व कोहिमा में निराश्रित बच्चों के लिए नई आवासीय सुविधा का उद्घाटन किया. इस सुविधा का संचालन असम राइफल्स करेगी. सेना द्वारा समाज के सभी वर्गों के विकास और उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में योगदान के प्रयासों के तहत इस सुविधा का निर्माण किया गया है.