पूर्वोत्तर भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश में गुरुवार की सुबह भारतीय सेना का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हेलिकॉप्टर हादसे में भारतीय सेना के दो अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और मेजर जयंत ए. ने प्राण गंवा दिए. ये दोनों अधिकारी, पायलट और को-पायलट थे और भारतीय थल सेना के विमानन विंग में तैनात थे. दुर्घटना के हालात का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया गया है.
सेना के इस चीता हेलिकॉप्टर ने बोमडिला के पास छोटी परवाज़ के लिए उड़ान भरी थी लेकिन 9.15 बजे इसका एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया. शुरू में पायलटों के लापता होने की जानकारी आई थी. इसके बाद भारतीय सेना (indian army), सशस्त्र सीमा बल (Sashastra Seema Bal- SSB) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (Indo-Tibetan Border Police -ITBP) के जवानों के पांच दलों को उनकी तलाश में तुरंत भेज दिया गया था. दुर्घटना के शिकार हुए चीता हेलिकॉप्टर का मलबा मंडला के पूर्वीं छोर के गांव बंग्लाजाप के पास से बरामद हुआ.
चीता हेलिकॉप्टर ने सुबह 9 बजे संगे गांव से उड़ान भरी थी और इसे असम के सोनितपुर ज़िले के मिस्सामारी की तरफ जाना था. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दिरंग में हादसे के शिकार इस हेलीकॉप्टर को लपटों में घिरा गांव के लोगों ने देखा था और उन्होंने इस बाबत जिला अधिकारियों को खबर दी. तकरीबन 12.30 बजे जब हेलीकॉप्टर को देखा गया तब भी उससे आग लगी हुई थी.
हेलिकॉप्टर हादसे ;
बीते साल 5 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में नियमित उड़ान के दौरान भी सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. इस हेलिकॉप्टर हादसे में सेना के दो पायलट घायल हो गए थे लेकिन उनमें से एक लेफ्टिनेंट कर्नल सौरभ यादव ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. यह दुर्घटना सुबह करीब 10 बजे एक नियमित उड़ान के दौरान तवांग के अग्रिम क्षेत्र जेमी थांक सर्कल के बाप टेंग कांग जलप्रपात क्षेत्र के पास न्यामजांग चू में हुई थी. तवांग में इससे पहले भी एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना हुई थी. ये 2017 की बात है. ये वायु सेना का एमआई -17 वी 5 हेलिकॉप्टर था. इसमें भारतीय वायुसेना के 5 चालक दल के सदस्य और दो अधिकारियों ने प्राण गंवाए थे.