असम में तैनात भारतीय सेना के जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल अमरिंदर सिंह वालिया को एक महिला की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है. मृतका 36 वर्षीया वंदनाश्री तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई की रहने वाली बताई जाती है. वंदनाश्री का बोरी में बंद शव कामरूप ज़िले में 15 फरवरी को बरामद हुआ था. पुलिस का कहना है कि सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल वालिया ने वन्दनाश्री की हत्या में अपना हाथ होने की बात कबूल कर ली है जोकि वालिया उनकी मित्र थी.
लेफ्टिनेंट कर्नल वालिया असम के तेजपुर स्थित भारतीय सेना की चौथी कोर के मुख्यालय में पीआरओ के पद पर तैनात थे. महिला वन्दनाश्री चेन्नई से वाराणसी और फिर दिल्ली पहुंची थी. कामरूप ज़िले के पुलिस अधीक्षक हितेश चंद्र रॉय का कहना है कि दिल्ली से 14 फरवरी को वह लेफ्टिनेंट कर्नल अमरिंदर सिंह वालिया से मिलने दिल्ली से ट्रेन से गुवाहाटी आई थी. अमरिंदर वालिया महिला को लेने पलटन बाज़ार में गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर लेने पहुंचे थे. जिस रात के बाद अगले दिन शव मिला उस रात वे दोनों चंगसरी के रास्ते तेजपुर की तरफ जा रहे थे. इस बारे में और तथ्य के लिए जांच के बाद सामने आएंगे.
पुलिस का कहना है कि महिला के साथ 4 साल की उसकी बेटी भी थी जिसे पश्चिम बंगाल के हावड़ा से बरामद किया गया है. वहां उसे 21 फरवरी तक अमरिंदर वालिया ने रखा हुआ था. बच्ची को हावड़ा पुलिस ने बरामद करने के बाद कामरूप पुलिस के सुपुर्द किया है. वन्दनाश्री के परिवार के सदस्य भी वहां पहुँच गए हैं. पुलिस का कहना है कि लेफ्टिनेंट कर्नल वालिया और वन्दनाश्री एक दूसरे को लम्बे समय से एक दूसरे को जानते थे और उनके बीच संबंध थे.
जब 15 फरवरी को महिला का शव मिला था उसी दिन असम पुलिस ने शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर सूचना शेयर की थी. महिला ने गले में जो लॉकेट पहना हुआ था उससे भी अंदाज़ा यही लगा था कि महिला दक्षिण भारत की है. लेफ्टिनेंट कर्नल वालिया को शनिवार की सुबह अदालत में पेश किया.