इससे पहले वायु शक्ति अभ्यास 16 फरवरी, 2019 को किया गया था . इस अभ्यास में भारतीय थल सेना ( indian army ) के साथ भी संयुक्त अभियानों का संचालन किया जाएगा.
वायुशक्ति अभ्यास 2024 में भारत में बने लड़ाकू विमान तेजस, प्रचंड और ध्रुव सहित कुल 121 विमान शामिल होंगे. अभ्यास वायुशक्ति में हिस्सा लेने वाले अन्य विमानों में राफेल, मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर, हॉक, सी-130जे लड़ाकू हैं तो चिनूक, अपाचे और एमआई-17 हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं. स्वदेशी रूप से निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणालियां आकाश और समर घुसपैठ करने वाले शत्रुओं के विमान को ट्रैक करने तथा उसे मार गिराने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे.
रक्षा मंत्रालय ( ministry of defence ) के एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अभ्यास वायु शक्ति कई वायु सेना अड्डों से संचालन करते हुए लंबी दूरी, सटीक मारक क्षमता के साथ-साथ पारंपरिक हथियारों को सही ढंग से, समय पर और शत्रु का विनाश करने में इस्तेमाल करने की भारतीय वायुसेना की क्षमता का प्रदर्शन होगा. भारतीय वायुसेना के परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर बेड़े द्वारा विशेष अभियान संचालित होगा, जिसमें गरुड़ और भारतीय सेना के अन्य विमान भी शामिल होकर अपना प्रदर्शन करेंगे.