स्काईडाइव लैंडिंग ने अपना पहला रिकॉर्ड तोड़ते हुए लेह के दुर्गम क्षेत्र में 17982 फुट की ऊंचाई से कामयाब स्काईडाइव लैंडिंग की. विंग कमांडर यादव और वारंट ऑफिसर तिवारी ने सी-130 जे विमान से ये स्काईडाइविंग लैंडिंग 8 अक्टूबर यानि वायुसेना दिवस पर खारडुंगला दर्रे में की थी.
निम्न वायु घनत्व, ऊबड़-खाबड़ और पहाड़ी इलाकों में ऑक्सीजन के स्तर में बेहद कमी होती है जिस वजह से इतनी ऊंचाई पर सफलतापूर्वक उतरना बहुत ही चुनौती पूर्ण होता है लेकिन इन दोनों वायु योद्धाओं ने प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पाते हुए और अपनी उत्कृष्ट व्यावसायिकता, धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन किया. इससे भारतीय वायुसेना ने अपना नया रिकॉर्ड स्थापित करने में बड़ी सफलता प्राप्त की है.
भारतीय वायु सेना की तरफ से कहा गया है, ” सौहार्द, टीम भावना, शारीरिक एवं मानसिक साहस के गुणों को उत्पन्न करने के उद्देश्य से, भारतीय वायुसेना द्वारा हमेशा से ही अपने कर्मियों के लिए साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता रहा है. भारतीय वायु सेना द्वारा पर्यावरण को प्रोत्साहित करके और युवा वायुसेना योद्धाओं के द्वारा साहसिक गतिविधियों की शुरुआत करने के लिए और उनको प्रेरित करते हुए वहां पर ज़मीनी स्तर पर साहसिक गतिविधियों वाला क्षमता निर्माण और संवर्धन की दिशा में हमेशा से ही लगातार प्रयास किया जाता रहा है.”
यह अनूठी उपलब्धि एक बार फिर से भारतीय वायुसेना के सामने आने वाली चुनौतियों के बावजूद नई ऊँचाइयों को प्राप्त करने की उसकी उत्कृष्ट क्षमता का प्रदर्शन करती है और यह दर्शाती है कि अभियान, अखंडता और उत्कृष्टता के प्रति उनके आदर्श वाक्य के संदर्भ में उनकी प्रतिबद्ध लगातार बनी हुई है.