भारतीय वायु सेना ने अपनी 88 वीं सालगिरह मनाने के लिए 8 अक्टूबर को होने वाले शो की उत्तर प्रदेश-दिल्ली सीमा पर स्थित हिंडन एयर बेस पर आज फुल ड्रेस रिहर्सल की. परवाज़ के दौरान आसमान को अपनी गड़गड़ाहट से गुंजायमान करते इसके लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टरों ने शानदार संरचनाएं बनाई. वायु सेना दिवस परेड की इस रिहर्सल के दौरान वायु सैनिकों ने शानदार फ्लाइपास्ट भी किया.
इस बार 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस के मौके पर होने वाले समारोह की खासियत फ़्रांस से खरीदे गए लड़ाकू विमान राफेल का तो प्रदर्शन रहेगा ही, तेजस विमान भी अपने करतब दिखायेगा. इस बार का भारतीय वायु सेना दिवस एक तरह से शक्ति प्रदर्शन का दिन माना जा सकता है. रस्मी तौर से पिछले महीने ही वायु सेना में शामिल होने के बाद राफेल का अपने तरह का ये पहला सार्वजनिक प्रदर्शन होगा. फ्रांस की कंपनी दसाल्ट एविएशन से खरीदे गये बहुआयामी और बहु उपयोगिता वाले राफेल को हर काम में फिट वाली श्रेणी में रखा जा सकता है.
शक्ति प्रदर्शन :
फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान वो नज़ारा गज़ब का था जब वायु सेना की सारंग टीम के हिस्से के तौर पर ध्रुव एडवांस लाइट हेलिकाप्टर ने दिल की आकृति बनाई. वैसे रिहर्सल के दौरान आकर्षण का केंद्र राफेल ही बना रहा. जगुआर, मिग 21 और सुखोई 30 भी रिहर्सल का हिस्सा थे. सारंग के साथ साथ सूर्यकिरण ऐरोबेटिक दल ने भी फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया. चिनूक, अपाचे हेलिकॉप्टर के अलावा डोनियर आदि विमान भी रिहर्सल में शामिल हुए.
भारतीय वायुसेना का इतिहास :
भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी. इसका वर्तमान नाम 1950 में रखा गया. इससे पहले, ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन होने के कारण इसके नाम से पहले ‘ रॉयल’ शब्द लगा था. अब तकरीबन डेढ़ लाख सैनिकों वाली भारतीय वायु सेना की शुरुआत 1 स्क्वाड्रन से हुई थी और तब इसमें चार वेस्टलैंड वापिती प्लेन थे और कुल पांच पायलट थे. द्वितीय विश्व युद्ध से लेकर अब तक की सभी लड़ाइयों में शामिल रही है भारतीय वायुसेना. एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया इसके वर्तमान प्रमुख हैं.
रिहर्सल के दौरान आकर्षण का केंद्र रहे राफेल समेत ये लड़ाकू विमान (सोर्स : भारतीय वायु सेना)
87वें वायु सेना दिवस का समारोह, विंग कमांडर अभिनन्दन ने मिग उड़ाया