इजरायल से भारत 100 से ज्यादा स्पाइस बम खरीदने जा रहा है. आपात प्रावधान के तहत करीब 300 करोड़ रुपये के सौदे पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर किए हैं. ये शक्तिशाली विस्फोटक हथियार भारतीय वायुसेना के लिए खरीदे जाएंगे जिससे उसकी शक्ति में वृद्धि होगी. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दूसरे कार्यकाल के लिए कार्यभार संभालने के बाद सरकार ने यह पहला रक्षा सौदा किया है.
खरीदे जाने वाले बम स्पाइस-2000 बमों का एक उन्नत वर्जन है. इन बमों का इस्तेमाल दुश्मनों के भवनों और बंकरों को पलक झपकते ही तबाह करने में किया जा सकता है. वायुसेना के मिराज-2000 लड़ाकू जेट द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी शिविरों पर किए गए हवाई हमले में स्पाइस-2000 बमों का इस्तेमाल किया गया था.
सरकार के शीर्ष सूत्रों ने बताया, ‘मार्क 84 हथियार के साथ 100 से ज्यादा स्पाइस बम खरीदने के लिए एक अनुबंध पर इजरायल के साथ आपात प्रावधान के तहत हस्ताक्षर किए गए हैं. आपात प्रावधान के अनुसार तीन महीने में बमों की आपूर्ति की जाएगी.’
बालाकोट हवाई हमले के दौरान भारतीय वायुसेना ने स्पाइस-2000 के भेदक वर्जन का इस्तेमाल किया था. जैश के शिविर में कंक्रीट की छतों में बम ने सुराख बना दिया लेकिन भवन को तबाह नहीं किया. हालांकि भवन के अंदर जाकर बम विस्फोट हुआ जिससे उसके भीतर मौजूद सभी आतंकी मारे गए.