भारत चीन सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई आमने सामने की हिंसक झड़प में भारतीय थल सेना के एक कर्नल और दो जवान वीरगति को प्राप्त हुए. लदाख में गलवान घाटी में हुई इस झड़प में चीन की सेना को हुए नुकसान का अभी पता नहीं चल सका है. ये झड़प सोमवार की रात तब हुई जब विवाद वाले इलाके से दोनों देशों के सैनिक उतर रहे थे. कर्नल का ताल्लुक बिहार रेजिमेंट से है.
वैसे सेना का कहना है कि हताहतों की संख्या दोनों तरफ है. समाचार लिखे जाते समय दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर बातचीत की प्रक्रिया चल रही थी. पिछले 45 साल में इस तरह की ये पहली घटना है जब भारत-चीन सीमा पर भारतीय सेना को ऐसी क्षति पहुंची हो. झड़प में गोलीबारी नहीं हुई है.
चीन ने इस स्थिति के लिए भारत पर दोष मढ़ा है. इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बयान जारी करके केंद्र सरकार से कहा है कि चीन की तरफ से लगातार हो रही घुसपैठ का तगड़ा जवाब दिया जाना चाहिए. वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मांग की है कि सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाकर इस मामले की ज़मीनी हकीकत के बारे में बताया जाना चाहिए.
1962 के युद्ध के बाद 1975 में ऐसी एक घटना अरुणाचल प्रदेश में हुई थी जिसमें चीन के हमले में भारतीय सैनिकों की जान गई थी.