भारतीय नौसेना और इंडोनेशियाई नौसेना का दो दिवसीय समुद्री युद्धाभ्यास ‘समुद्र शक्ति’ विभिन्न तरह की गतिविधियों के बाद सम्पन्न हुआ. दो देशों की सेनाओं के बीच ये युद्ध अभ्यास 6 और 7 नवंबर को आयोजित किया गया. इसमें भारतीय नौसेना के पनडुब्बी रोधी युद्धक कॉरवेट-आईएनएस कामोरता और इंडोनेशियाई युद्धक जहाज केआरआई उस्मान हारून ने हिस्सा लिया. इस संयुक्त युद्धाभ्यास में आपसी तालमेल, भूतल पर युद्धाभ्यास, वायु में रक्षा अभ्यास, हथियार फायरिंग ड्रिल, हेलिकॉप्टर संचालन एवं बोर्डिंग ऑपरेशन शामिल किये गये थे.
‘समुद्र शक्ति’ युद्धाभ्यास के आयोजन में हिस्सा लेने के लिए केआरआई उस्मान हारून 4 नवंबर को विशाखापत्तनम पहुंचा था और इसका समुद्र तटीय चरण 4 और 5 नवंबर को संपन्न हुआ था. इसमें विषय-वस्तु विशेषज्ञ द्वारा आदान-प्रदान के रूप में पेशेवर बातचीत, डेक के आर-पार का दौरा, सिमुलेटर ड्रिल, सम्मेलनों की योजना तैयार करना, खेलकूद आयोजन एवं सामाजिक वार्तालाप शामिल किये गये थे.
भारत में इंडोनेशिया के राजदूत सिधार्तो रेजा सुर्योदीपूरो ने विशाखापत्तनम में समुद्र तटीय चरण की कुछ गतिविधियों को देखा. राजदूत ने क्षेत्र में परस्पर समुद्री हित से जुड़े मुद्दों पर इंडोनेशियाई फ्लीट कमान के सुरक्षा टॉस्क फोर्स के कमांडर सीएमडीई यायान सोफियान के नेतृत्व में इंडोनेशियाई नौसेना प्रतिनिधिमंडल के साथ फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग–इन–चीफ वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन के साथ विचार-विमर्श किया.