बिहार सरकार ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस 2024 ( flag day 2024) के अवसर पर राज्य के निवासी सैनिकों और पूर्व सैनिकों के सम्मान में कई फैसले लिए हैं. यह फैसले न केवल उनके योगदान को मान्यता देने के लिए हैं बल्कि उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम कदम भी कहा गया है.
अनुग्रह अनुदान में इजाफा :
बिहार सरकार ने राज्य के सैनिकों और उनके परिवारों को वित्तीय मदद बढ़ाने का फैसला लिया है, इसके तहत अनुग्रह अनुदान की राशि 11 लाख रुपये से बढ़ाकर 21 लाख रुपये की गई है . सशस्त्र सेना के सैन्य सेवा से विमुक्त दिव्यांग सैनिकों के लिए अनुग्रह अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये की दी गई है.
शौर्य पुरस्कार से सम्मानित सैनिकों के लिए सम्मान राशि :
राज्य के वीर सैनिकों और पुरस्कार प्राप्त करने वालों को दी जाने वाली सम्मान राशि में खासी वृद्धि की गई है. विभिन्न पुरस्कारों के लिए बढ़ी हुई राशि निम्नलिखित है :
परमवीर चक्र : ₹10 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये , अशोक चक्र : 8 लाख से बढ़ाकर 75 लाख रुपये , महावीर चक्र : 5 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये , कीर्ति चक्र : 4 से लाख बढ़ाकर 10 लाख रुपये , वीर चक्र : 2 लाख से बढ़ाकर 9 लाख रुपये और शौर्य चक्र :1.5 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये.
विशेष पुरस्कार व सेवा मेडल के लिए सम्मान राशि :
बिहार सरकार ने वीरता और सेवा मेडल धारकों को मिलने वाली राशि में भी कई गुना वृद्धि की है.
सेना/नौसेना/वायु सेना मेडल (शौर्य) : 75 हजार से बढ़ाकर 7 लाख रुपये, मेंशन-इन-डिस्पैच : 50 हजार से बढ़ाकर 6 लाख रुपये, सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल : 7 लाख से बढ़ाकर 7.5 लाख रुपये , परम विशिष्ट सेवा मेडल : 1.5 लाख से बढ़ाकर 4.5 लाख रुपये, उत्तम युद्ध सेवा मेडल : 3 लाख से बढ़ाकर 4 लाख रुपये , अति विशिष्ट सेवा मेडल : 1 लाख से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपये , युद्ध सेवा मेडल : 1 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपये , सेना/नौसेना/वायु सेना मेडल (विशिष्ट) : 75 हजार से बढ़ाकर 2 लाख रुपये , विशिष्ट सेवा मेडल : 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये .
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले :
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि बिहार के सैनिकों और पूर्व सैनिकों ने देश की सुरक्षा और रक्षा में अद्वितीय योगदान दिया है. यह सरकार का फर्ज़ है कि वह उनके बलिदान और सेवा को उचित सम्मान दे. उन्होंने कहा कि इन कदमों से न सिर्फ सैनिकों और उनके परिवारों की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा बल्कि समाज में उनका मान-सम्मान भी बढ़ेगा.