समुद्र की विश्व दौड़ में उतरे भारतीय नौसैनिक कमांडर अभिलाष टामी जबरदस्त मुसीबत में

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अभिलाष टामी
नाव के जरिये समुद्र में अकेले पूरी दुनिया का चक्कर लगाने का रिकार्ड बनाने वाले एकमात्र भारतीय और भारतीय नौसेना के कमांडर अभिलाष टामी खतरे में हैं. ये फाइल फोटो है जो sandeep unnithan ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाली है.

नाव के जरिये समुद्र में अकेले पूरी दुनिया का चक्कर लगाने का रिकार्ड बनाने वाले एकमात्र भारतीय और भारतीय नौसेना के कमांडर अभिलाष टामी को सुरक्षित लाने के लिए भेजी गई फ्रांसीसी बचाव टीम संभवत: आज उन तक पहुँच जाएगी. अभिलाष जुलाई में समुद्र में शुरू हुई ग्लोब गोल्डन रेस 2018 (Globe Golden Race 2018) में हिस्सा ले रहे 18 प्रतिभागियों में से अकेले भारतीय हैं. इस अभियान के दौरान समुद्र के मुश्किल भरे हालात और खराब मौसम के बीच उनकी नौका थूरिया (Thuriya) का मस्तूल टूट गया था और नाव क्षतिग्रस्त हो गई थी. इस दुर्घटना में वह बुरी तरह घायल हुए हैं. उनकी कमर में इतनी जबरदस्त चोट लगी है कि उनके लिए हिलना डुलना और खाना पीना तक मुमकिन नहीं है.

Golden Globe Race (GGR) में हिस्सा ले रहे 39 वर्षीय कमांडर अभिलाष टामी को जल्द से जल्द समुद्र से निकालने की कोशिश चल रही हैं. उनकी लोकेशन आस्ट्रेलियाई शहर पर्थ से 1900 नाटिकल मील दूर दक्षिण भारतीय सागर क्षेत्र में है जहां हवा 130 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही है और समुद्र में 10 मीटर तक ऊँची लहरे हैं. उम्मीद की जा रही है कि फ़्रांसिसी बचाव दल का जहाज़ ओसिरिस (Osiris) उन तक आज यानि सोमवार को पहुँच जायेगा. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक आईएनएस सतपुड़ा भी शुक्रवार तक कमांडर अभिलाष टामी तक पहुँच जायेगा.

अभिलाष टामी
नौसेना के कमांडर अभिलाष टामी की इसी नौका थूरिया (Thuriya) का मस्तूल टूट गया था और नाव क्षतिग्रस्त हो गई थी. फोटो : भारतीय नौसेना

अभिलाष टामी की क्षतिग्रस्त नाव थूरिया (Thuriya) को नौसेना के विमान P 81 ने समुद्र में रविवार को देख लिया था जिसका मस्तूल टूटा हुआ था और जो बुरी तरह डगमगा रही थी.

भारत की रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार शाम अपने ट्वीट संदेश में कहा था, “कमांडर अभिलाष टामी के बारे में नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल अजित कुमार से जानकारी ली है और आस्ट्रेलियाई नौसेना के साथ तालमेल करके बचाव अभियान चल रहा है. घायल अधिकारी को अगले 16 घंटे में निकाल लिया जाएगा.”

अभिलाष टामी ने 2013 में पूरी दुनिया का नाव में अकेले चक्कर लगाकर रिकार्ड बनाया था. नौसेना की महिला अधिकारियों वाली, दुनिया भर का चक्कर लगाकर आये तारिणी दल को भी कमांडर अभिलाष टामी ने प्रशिक्षण दिया था. इस दल की लेफ्टिनेंट कमांडर ऐश्वर्या बोद्दापति ने इस दुर्घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कमांडर अभिलाष टामी के सुरक्षित बच निकलने की प्रर्थना की है. उन्होंने कहा कि कमांडर अभिलाष टामी हमारे महान मित्र, दार्शनिक और पथ प्रदर्शक हैं.

ग्लोब गोल्डन रेस 2018 इस समुद्री दौड़ के 50 साल पूरे होने पर आयोजित किया जा रहा मुकाबला है जिसमें प्रतिभागियों को पूरी दुनिया के सागर मार्ग पर अकेले नाव चलानी है. इस तरह की पहली दौड़ 1968 में और इसी रूट व इन्हीं नियमों के साथ की गई थी.