उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आई ये खबर सच में हैरान कर देने वाली है और भारत में बुजुर्गों की स्थिति का एक बड़ा पहलू बयान करती है . ढलती उम्र में शारीरिक ताकत में आती कमी और उस पर मानसिक उलझने या विकार पढ़े लिखे , समझदार और जिंदादिल इंसान पर भी इस कदर हावी हो सकते हैं कि वो तमाम दबाव को सह नहीं सकता . शायद कुछ इन्हीं हालात का सामना कर रहे होंगे रिटायर्ड आईपीएस दिनेश कुमार शर्मा जिन्होंने आज आत्महत्या suicide जैसे कदम उठाया.
भारतीय पुलिस सेवा के 1975 बैच के अधिकारी 73 वर्षीय दिनेश कुमार शर्मा ips dinesh kumar sharma ने आज उत्तर प्रदेश राजधानी लखनऊ स्थित अपने घर में खुद को गोली मार ली और जान दे दी. मौके से एक सुसाइड नोट मिला है. अंग्रेज़ी में सिर्फ दो लाइन में छोटे से स्पाइरल पैड के पन्ने पर ये लिखी इबारत उनकी असहनीय पीड़ा को बयान करने या समझने के लिए काफी है . ” ” किसी भी संबंधित व्यक्ति के लिए जिसका इससे वास्ता हो ….. ” इससे शुरुआत करते हुए नोट में लिखा है कि मैं खुदकशी कर रहा हूँ क्योंकि एंग्ज़ाइटी और अवसाद से ग्रस्त , ताकत व सेहत खोता जा रहा हूँ . इसके लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं है . ” नोट के आखिर में अपने दस्तखत , उसके नीचे आज की तारीख यानि 6 जून 2023 लिखते हुए पूरा नाम लिखा है …
शक्ति , सुविधाओं और आत्म विश्वास से भरपूर एक जिंदादिल इंसान का यूं चला जाना लखनऊ की अफसरशाही को हैरान कर रहा है . ये घटना सुबह तकरीबन सात बजे की है . कुछ दिन से अवसाद के लिए उनका उपचार भी चल रहा था. उत्तर प्रदेश पुलिस में महानिदेशक ( सुरक्षा ) विनोद कुमार सिंह ने बताया कि श्री शर्मा का शव उनके घर में कमरे से मिला . वह लखनऊ के गोमती नगर इलाके में परिवार के साथ रहते थे . विनोद कुमार सिंह ने दिनेश कुमार शर्मा के व्यक्तित्व का बयान करते हुए कहा कि वे शानदार अफसर थे और मेरे उनसे पारिवारिक ताल्लुकात रहे हैं . दिनेश कुमार शर्मा बढ़िया क्रिकेटर भी थे और आईपीएस – आईआएएस क्रिकेट टीम का हिस्सा भी रहे .
आईपीएस दिनेश कुमार शर्मा 2010 में उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम (UP police Housing Corporation ) के महानिदेशक के पद से रिटायर हुए थे . सहायक पुलिस आयुक्त ( एसीपी ) श्वेता चौधरी ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद कमरे को सील कर दिया गया है. मौके से सुसाइड नोट और रिवाल्वर भी मिला है जो पुलिस ने अपने कब्ज़े में ले लिया है .