भारतीय वायु सेना ( indian air force) के पूर्व प्रमुख आर.के. सिंह भदौरिया अब सियासत के मैदान में उतरे हैं . पूर्व वायु सैनिक अधिकारी श्री भदौरिया रविवार को पूर्व सांसद और वाईएसआरसीपी नेता वरप्रसाद राव के साथ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ( bhartiya janata party ) में शामिल हो गए. माना जा रहा है कि श्री भदौरिया को लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सीट पर चुनावी घमासान के लिए उतारा जाएगा. यह सीट गाज़ियाबाद भी हो सकती हैं जहां से वर्तमान में , पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल ( रिटायर्ड ) वीके सिंह सांसद है. अभी तक की उम्मीदवारों की सूची में जनरल वीके सिंह का नाम घोषित न होने से इस बात की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं कि बीजेपी इस बार यहां अपना उम्मीदवार बदलेगी. ऐसे में पूर्व वायु सेना आर के एस भदौरिया के पार्टी में शामिल होने के कारण इन भावनाओं को अधिक बल मिला है .
भाजपा में शामिल होने के बाद पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि 2021 में सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी नई पारी ने उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का मौका दिया है. उन्होंने अपनी सेवा के पिछले आठ से दस वर्षों को “स्वर्ण काल” बताते हुए आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ़ की.
चौसठ वर्षीय राकेश कुमार सिंह भदौरिया उत्तर प्रदेश के आगरा जिले ( agra) की बाह तहसील के एक गांव कोरथ के रहने वाले हैं. उनका जन्म एक राजपूत परिवार में हुआ. उनके पिता, सूरज पाल सिंह भदौरिया ने भी भारतीय वायु सेना में जूनियर कमीशंड ऑफिसर के रूप में सेवा की और मास्टर वारंट ऑफिसर के पद से सेवानिवृत्त हुए. श्री भदौरिया ने 1980 में भारतीय वायुसेना में कमीशन हासिल किया था और 2019 से 2021 तक वायुसेना प्रमुख के ओहदे पर रहे तथा एयर चीफ मार्शल के तौर पर ही रिटायर हुए.