‘जब मंदिर, मस्जिद और गिरिजाघर डूब गये तो वर्दी में भगवान आते दिखाई दे रहे हैं, पूरे दिल से शुक्रिया हमारी आर्म्ड फ़ोर्स का’ ये वाक्य उन कुछ संदेशों में से एक है जो भारत के केरल और अन्य प्रांतों के बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे किसी एक शख्स ने अपने मोबाइल फोन से तब लोगों को भेजा जब उसे बचाने सुरक्षा बलों के जवान पहुंचे. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए राहत सामग्री तो दुनिया के कोने कोने से आनी शुरू हो गई है लेकिन इसे ज़रुरतमंदों तक पहुंचाना बड़ी चुनौती है. उतनी ही बड़ी चुनौती असल में बाढ़ प्रभावितों तक पहुँचने की है. इन दोनों ही चुनौतियों से जूझ रहे भारतीय सुरक्षा बलों और पुलिस संगठनों के जवान जी-जान से जुटे हुए हैं. जोखिम में भी जनसेवा की अनगिनत मिसालों में से ये कुछेक ही जानकारियाँ तस्वीरों के साथ साझा की जा रही हैं.
हेलीकाप्टर नहीं लेकिन जवान पहुंचे :
केरल के पलक्कड़ जिले में सड़क और रेल मार्ग से कट गये छोटे से नगर नेल्लाम्पती में फंसे कई परिवार मुसीबत में हैं. लगातार घने बादल कायम रहने की वजह से इन तक हेलीकाप्टर के जरिये मदद और राहत सामग्री भी नहीं पहुंच पा रही. इस इलाके के तमाम पुल और सड़कें भीषण बाढ़ में बह गयीं. जब हेलीकाप्टर से भी पहुंचने के आसार न बने तो केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) की 105 बटालियन यानी रेपिड एक्शन फ़ोर्स के जवानों तमाम कष्ट और जोखिम की परवाह किये बिना पैदल कूच किया. हर तरह की बाधाओं को लांघते हुये इन लोगों तक खाने पीने की रसद के साथ और ज़रूरी सामान अपने कन्धों पर लादकर पहुँचाया. इस टुकड़ी का नेतृत्व CRPF के अधिकारी श्री मधु कर रहे थे.
स्कूल में फंसे बच्चों को बचाया :
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पोर्टा केबिन में चलने वाले एक स्कूल में बाढ़ का पानी पांच फुट तक पहुँच गया था. ये सरकारी स्कूल मस्सेद थाना इलाके में है. पानी के तेज बहाव के बीच CRPF की 170 बटालियन की टीम यहाँ कमांडेंट संजय कुमार के नेतृत्व में पहुंची और सभी बच्चों को निकालकर पास के ही सुरक्षित इलाके और आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुँचाया.
सड़क मार्ग से कट गये इस स्कूल से बच्चों को निकालने में जवानों को पानी के तेज़ बहाव के बीच रस्सी और लाइफ जैकेट्स इस्तेमाल करनी पड़ी. अनुभवी तैराकों की मदद भी इस राहत व बचाव कार्य में ली गई. इतना ही नहीं, सुरक्षित जगह तक पहुंचने के बाद वहां इनके लिए खाने पीने के सामान, कपड़ों और बिजली तक का बन्दोबस्त CRPF के जवानों ने किया.
कैप्टन का ऐलान :
Worried about the #KeralaFlood situation. Ordered release of Rs 10 cr in relief aid – Rs 5 cr from my relief fund to Kerala CM’s relief fund and rest as food and other supplies, to be flown out there in @IAF_MCC sorties beginning tomorrow.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 17, 2018
दूसरी तरफ ,पंजाब सरकार ने केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए 10 करोड़ रुपए की सहायता का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि इसमें से पांच करोड़ रुपये कीमत का खाने पीने का सामान भारतीय वायुसेना के जरिये भेजा जा रहा है और पांच करोड़ रुपये के कपड़े व अन्य ज़रूरी सामान खरीदने के लिए दिए गये हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये भी बतया कि पंजाब में उनकी पार्टी (कांग्रेस) के सभी विधायकों ने अपनी एक महीने की तनख्वाह का पैसा बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए देने का फैसला लिया है.
I appeal to all Punjabis to support the government’s efforts to help the people of Kerala in this hour of distress. They need our support in whatever way possible so please do what you can for the #KeralaReliefFund pic.twitter.com/xeaoJelnUn
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 19, 2018
मंदिर मस्जिद चर्च सब जब डूब गये
यूनिफार्म में खुदा तब खुद हाजिर हुए