भारतीय थल सेना में स्थानांतरण के तहत लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारियों की एक दूसरे के ओहदे पर अदला बदली की गई है. उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ( जीओसी इन चीफ – GOC in Chief ) लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को थल सेना के उप प्रमुख (vice chief of army staff ) के पद पर दिल्ली में नियुक्त किया गया है. इस पद पर बीते साल ही नियुक्त हुए लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिन्द्र कुमार को जनरल द्विवेदी के स्थान पर ऊधमपुर मुख्यालय स्थित उत्तरी कमान ( northern command ) का कमांडर बनाया गया है . अधिकारी संभवत 15 फरवरी के आसपास नया ओहदा संभालेंगे.
31 मई 2024 को रिटायर होने वाले वर्तमान सेनाध्यक्ष मनोज पांडे के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की लिस्ट में सबसे ऊपर नाम लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का ही है. मना जा रहा है कि अगर वरिष्ठता के हिसाब से ही फैसला लिया गया था तो लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी (Lieutenant General Upendra Dwivedi) अगले सेनाध्यक्ष हो सकते हैं . लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के दो अधिकारियों के पदों पर अदला बदली को इसी नजरिए से देखा जा रहा है . वैसे दोनों अधिकारियों में वरिष्टता का अंतर महज़ चंद ही महीनों का है .
मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी ( खडकवासला) के पूर्व छात्र उपेन्द्र द्विवेदी ने 15 दिसंबर 1984 को भारतीय सैन्य अकादमी ( देहरादून) से जम्मू और कश्मीर राइफल्स की 18 वीं बटालियन में कमीशन हासिल किया था. उन्होंने ऑपरेशन रक्षक के दौरान चौकीबल में एक बटालियन की कमान संभाली, जोकि ऑपरेशन राइनो ( operation rhino ) के दौरान मणिपुर में असम राइफल्स का एक सेक्टर था. जनरल अधिकारी ने असम राइफल्स के महानिरीक्षक ( inspector general ) के ओहदे पर भी काम किया .
लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की पिछली नियुक्तियों में सेशेल्स सरकार में सैन्य अटैची और पैदल सेना के महानिदेशक के रूप में सेवा देना शामिल है . उनको फरवरी 2020 में थल सेना की 9 वीं कोर ( IX corps ) का कमांडर नियुक्त किया गया था . इसके बाद अप्रैल 2021 उपेन्द्र द्विवेदी सेना स्टाफ (सूचना प्रणाली और समन्वय) के उप प्रमुख के रूप में नियुक्त किये गए . फरवरी 2022 में लेफ्टिनेंट जनरल योगेश कुमार जोशी के उत्तरी कमान के कमांडर के पद से रिटायर होने पर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने यह ओहदा संभाला था.
लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिन्द्र कुमार :
लेफ्टिनेंट जनरल सुचिन्द्र कुमार सैनिक स्कूल (बीजापुर) और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (national defence academy ) खडकवासला के छात्र रहे हैं. उन्होंने जून 1985 में 1 असम रेजिमेंट ( assam regiment ) में कमीशन हासिल किया गया था. जनरल कुमार 59 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन , एक इन्फैंट्री ब्रिगेड और नियंत्रण रेखा पर एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभालने का अनुभव रखते है. जनरल अधिकारी कुमार , उत्तरी कमान में अत्यधिक सक्रिय , व्हाइट नाइट कोर के भी कमांडर रहे हैं .
लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिन्द्र कुमार ( lt gen m v suchindra kumar) ने विभिन्न स्टाफ और अनुदेशात्मक नियुक्तियों पर काम किया है, जिसमें महू स्थित इन्फेंटरी स्कूल में एक अनुदेशात्मक कार्यकाल, कंबोडिया में संयुक्त राष्ट्र क्षेत्र में वरिष्ठ परिचालन अधिकारी, सैन्य सचिव शाखा में कर्नल (नीति), लेसोथो में भारतीय सेना प्रशिक्षण टीम शामिल हैं . जनरल ऑफिसर सेना मुख्यालय में मिलिटरी इंटेलिजेंस के अतिरिक्त महानिदेशक और फिर महानिदेशक भी रहे .
लेफ्टिनेंट जनरल सुचिन्द्र कुमार ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज( वेलिंगटन) , हायर कमांड कोर्स( महू ) और नेशनल डिफेंस कॉलेज (नई दिल्ली ) कोर्स भी किए हैं . उन्होंने श्रीलंका में ‘दक्षिण एशिया में सहकारी सुरक्षा’ और मिस्र में ‘संयुक्त राष्ट्र वरिष्ठ मिशन लीडर कोर्स’ पाठ्यक्रम में भी हिस्सा लिया है.