उत्तराखंड में सीएम धामी के ऐलान के बाद भी करगिल बलिदानियों के आश्रितों को नहीं मिली धनराशि, अब शुरू हुआ एक्शन

9
करगिल दिवस के अवसर (26 जुलाई 2024) पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शहीद सैनिकों के आश्रितों को 50 - 50 लाख रुपये धनराशि देने की घोषणा की थी .
भारत पाकिस्तान के बीच 25 साल पहले हुए करगिल युद्ध के बलिदानी सैनिकों के आश्रितों को  अतिरिक्त घोषित अनुग्रह राशि (ex gratia ) देने का मामला महीनों लटका रहा . अब सरकार के मंत्री से लेकर अफसरशाही इस देरी के लिए अलग अलग दलील देते हुए इस मामले पर तुरंत काम करने की बात कह रहे हैं . यह घोषणा बीते साल करगिल दिवस के अवसर (26 जुलाई 2024) पर उत्तराखंड के  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की थी और कहा था कि करगिल शहीदों के आश्रितों को 50 – 50  लाख रुपये देने की धनराशि दी जाएगी.

अमर उजाला ने इस पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है . इसमें कहा गया है – उत्तराखंड के  मुख्यमंत्री धामी की घोषणा के बाद राज्य सरकार के न्याय विभाग से प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई थी जिसके बाद यह मामला वित्त विभाग को भेजा गया था लेकिन वित्त विभाग ने इस पर आपत्ति लगा दी. वित्त विभाग ने यह कहते हुए आपत्ति लगाई  कि इससे सरकार पर भारी वित्तीय भार पड़ेगा. उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के बयान के  मुताबिक़  वित्त विभाग की आपत्ति पर जवाब भेज दिया गया है.  हालांकि वित्त सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि यह फाइल उनके जरिए नहीं गई, हो सकता है सीधे गई हो.

उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश :
उत्तराखंड  सैनिक बहुल प्रदेश है. खुद मुख्यमंत्री धामी भी सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं . उनके पिता भी भारतीय सेना में थे और बतौर सूबेदार रिटायर हुए थे .

 यूं  उत्तराखंड राज्य  से औसतन हर महीने एक सैनिक ने बलिदान दिया है.  राज्य गठन के बाद से अब तक पिछले 24 साल में 403 से अधिक सैनिक बलिदान दे चुके हैं.

करगिल युद्ध के वीर सैनिक :  
करगिल युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों में 75 उत्तराखंड से ताल्लुक रखते थे. इस युद्ध में वीरता का प्रदर्शन करने वाले जिन सैनिकों को पदक व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था उनमें से 37 उत्तराखंड के थे.

राज्य सरकार ने पूर्व में देश के बलिदानी सैनिकों के आश्रित को 10 लाख रुपये दिए जाने का आदेश  किया था, लेकिन पिछले साल कारगिल विजय दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 50 लाख रुपये देने की घोषणा की थी.