अरुणाचल के तवांग में सेना और स्थानीय प्रशासन का मैत्री दिवस

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तवांग में 11 वें मैत्री दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह.

11 वें मैत्री दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर ऐलान किया गया कि रक्षा मंत्रालय अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र के साथ साथ कुछ और जगहों पर भी सेना के भर्ती केंद्र बनाए जाने को सुनिश्चित करेगा. साथ ही राजधानी इटानगर में सेना के परिचालन में सुगमता के लिए मंत्रालय आर्मी लाइज़न सेल (Army Liaison Cell) भी स्थापित किया जाएगा और ये ऐसा सिंगल विंडो प्वाइंट होगा जो सब मसलों का समाधान हो. इसका खुलासा कल (बृहस्पतिवार को) रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग में मैत्री दिवस के उद्घाटन के अवसर पर किया.

तवांग में 11 वें मैत्री दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह.

स्थानीय प्रशासन, नागरिकों और सेना की तरफ से संयुक्त रूप में आयोजित किये जा रहे इस दो दिवसीय कार्यक्रम मैत्री दिवस के दौरान स्थानीय संस्कृति और आधुनिक सैन्य शक्ति की झलक दिखाई देती है. हेलिकॉप्टर फ्लाईपास्ट और हथियारों का प्रदर्शन भी इसका हिस्सा हैं. स्थानीय बाशिंदों और कलाकारों की तरफ से पेश किये गये सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ साथ सेना के पाइप बैंड की सुरीली धुनों ने खूब समां बांधा. एकता और देशभक्ति से सराबोर ‘मैत्री दिवस’ एक उत्सव सा है.

तवांग में 11 वें मैत्री दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और सेना की पूर्वी कमांड के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मैत्री दिवस की शुरुआत पेमा खांडू के पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री दोरजी खांडू ने की थी लेकिन 30 अप्रैल 2011 में हेलिकाप्टर हादसे में उनके निधन के बाद से ‘मैत्री दिवस’ का आयोजन राज्य में नहीं हुआ. अरुणाचल के वर्तमान मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने फिर से इसकी शुरुआत 2017 में की.

तवांग मैत्री दिवस

रक्षामंत्री ने इस मौके पर बताया कि सरकार की योजना पूर्वोत्तर क्षेत्र में लोगों के रोज़गार के अवसर और विकास के नज़रिए से बनी एक्ट ईस्ट पालिसी के तहत नार्थ ईस्ट इंडस्ट्रियल कॉरिडोर स्थापित करने की भी है. ये दक्षिण पूर्व भारत और शेष भारत के बीच एक सेतु का काम करेगा और पर्यटन समेत अन्य क्षेत्रों में रोज़गार की सम्भावनायें भी इससे बढ़ेंगी. उन्होंने कहा, “नये भारत का रास्ता, नये उत्तर पूर्व भारत से होगा”. राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश की सड़कों को राज्य राजमार्ग मापदंडों के अनुरूप 2024 बेहतर बनाने की योजना के लिए पेमा खांडू के नेतृत्व वाली सरकार की सराहना भी की.