भारतीय थल सेना के जवानों ने दर्द से तड़प रहे एक घायल घोड़े की मदद उस वक्त की जब कश्मीर में बर्फीले सर्द मौसम में बिना इलाज के पड़ा हुआ था. ये घोड़ा दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सड़क किनारे पेड़ों के पास पड़ा था.
कश्मीर के बहुत बड़े हिस्से की सुरक्षा सम्भाल रही भारतीय सेना की चिनार कोर (15 corps) के पशु चिकित्सा दस्ते ने इस घोड़े को पहले बिजबहेड़ा में उसी जगह पर शुरूआती चिकित्सा दी. फिर इसे स्थानीय नागरिक प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई गई हॉर्स एम्बुलेंस (horse ambulance ) के ज़रिये हैफ्ट चिनार (haft chinar) स्थित (advance veterinary hospital) पहुंचाया.