भारतीय सशस्त्र बलों के लिए यह वो शानदार पल रहे जब ब्रिगेडियर पूनम राज ने जम्मू और कश्मीर के राजौरी में जनरल अस्पताल में कमांड पद संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनकर इतिहास रचा . यह ऐतिहासिक नियुक्ति इसलिए ख़ास अहमियत रखती है, क्योंकि ब्रिगेडियर पूनम राज अब एक चुनौतीपूर्ण काउंटर इंसर्जेंसी/काउंटर टेररिज्म वातावरण में एक अग्रिम अस्पताल का नेतृत्व कर रही हैं . यह दर्शाता है कि महिला अधिकारियों के लिए वरिष्ठ सैन्य भूमिकाओं में तैनाती के रास्ते खुल रहे हैं .
ब्रिगेडियर पूनम राज, एक उच्च सम्मानित कान नाक गले की विशेषज्ञ शल्य चिकित्सक ( ent surgeon ) हैं. वह कॉक्लियर इम्प्लांट ( cochlear implants) और मध्य कान की सर्जरी में अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती हैं. सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (afms) के भीतर काम करने का उनका व्यापक अनुभव है जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रशासनिक और नैदानिक भूमिका में काम करना को शामिल है. यह सैन्य स्वास्थ्य सेवा ( Armed Forces Medical Services) में उनके समर्पण और अनुकूलनशीलता को प्रदर्शित करता है.

सैन्य स्वास्थ्य सेवा की महानिदेशक वाइस एडमिरल डॉ . आरती सरीन ने ब्रिगेडियर राज की अभूतपूर्व भूमिका की प्रशंसा की है. ब्रिगेडियर पूनम राज के चुनौतीपूर्ण हालात में एक महत्वपूर्ण चिकित्सा सुविधा के प्रबंधन में नेतृत्व करने के महत्व पर डॉ सरीन ने जोर दिया.
कमान में कार्यभार हस्तांतरण के एक औपचारिक समारोह की सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें प्रसारित हुई हैं जिसमें ब्रिगेडियर पूनम राज आधिकारिक दस्तावेजों पर दस्तखत करते और साथी अधिकारियों के साथ बातचीत करते दिखाई दे रही हैं .