भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों की टुकड़ियों के बीच ‘ऑस्ट्रा हिन्द–22 ‘ द्विपक्षीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास राजस्थान की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (राजस्थान) में शुरू हुआ है. ये 11 दिन तक चलेगा. सोमवार को शुरू हुआ ऑस्ट्रा हिन्दा श्रृंखला ( Austra Hind Series) का यह पहला अभ्यास है, जिसमें दोनों देशों की सेनाओं के सभी अंगों एवं सेवाओं की टुकड़ियां हिस्सा ले रहीं हैं. ऑस्ट्रेलिया की सेना में सेकेंड डिवीजन की 13वीं ब्रिगेड के सैनिक जबकि भारतीय सेना का नेतृत्व डोगरा रेजिमेंट के सैनिक कर रहे हैं.
रक्षा मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक ऑस्ट्राि हिन्द सैन्य अभ्यास हर साल भारत और ऑस्ट्रेलिया में बारी-बारी से किया जाएगा. इस द्विपक्षीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का मकसद सकारात्मबक सैन्य संबंध बढ़ाना और एक-दूसरे की बेहतरीन सैन्य कार्य-प्रणालियों को समझना व अपनाना है. साथ ही इसका लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना प्रतिबद्धता के तहत अर्ध-मरुस्थलीय देशों में शांति अभियानों को चलाने के लिए साथ – साथ काम करने की क्षमता को बढ़ावा देना है.
उम्मीद की जाती है कि यह संयुक्त अभ्यास दोनों सेनाओं को शत्रुओं के खतरों को बेअसर करने के उद्देश्य से कंपनी और प्लाटून स्तर पर सामरिक संचालन करने के लिए रणनीति, तकनीक एवं प्रक्रियाओं हेतु सर्वोत्तम कार्य-प्रणालियों को साझा करने में सक्षम बनाएगा. बटालियन/कंपनी स्तर पर आकस्मिक दुर्घटना प्रबंधन, दुर्घटना से उबरना एवं रसद नियोजन के अलावा स्थितिजन्य जागरूकता के उच्च स्तर को प्राप्त करने के लिए स्निपर, निगरानी व संचार उपकरण सहित नई पीढ़ी के उपकरण तथा विशेषज्ञ हथियार संचालन के प्रशिक्षण की भी योजना है.
द्विपक्षीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास ‘ऑस्ट्राश हिन्द–22 ‘ के दौरान दोनों देशों के सैनिक संयुक्त योजना, संयुक्त सामरिक अभ्यास, विशेष हथियारों के कौशल की मूल बातें साझा करने और शत्रुओं के लक्ष्य पर हमला करने जैसी विभिन्न गतिविधियों में शामिल होंगे. बयान में कहा गया है कि संयुक्त अभ्यास, दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी समझ एवं पारस्परिकता को बढ़ावा देने के अलावा, भारत तथा ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों को मजबूत करने में और मदद करेगा.