अरुणाचल की पहली महिला जो कर्नल बनीं , लेह में सेना की चौकी सम्भालेंगी

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पोनुंग डोमिंग अरुणाचल प्रदेश की पहली महिला हैं जो भारतीय सेना में कर्नल के ओहदे तक पहुँची हैं. इतना ही नहीं पोनुंग डोमिंग अब भारतीय सेना की इंजीनियरिंग कोर की  , सामरिक तौर पर अत्यधिक महत्वपूर्ण , बॉर्डर रोड  टास्क फ़ोर्स border road task force (बीआरटी एफ)  की कमान भी संभालेंगी. यह  केंद्र शासित सीमान्त क्षेत्र लदाख के लेह सेक्टर में है .

पोनुंग डोमिंग अरुणाचल प्रदेश की पूर्वी सियांग ज़िले के पासीघाट की रहने वाली हैं . सीमा सड़क संगठन border road organisation (BRO) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से , लेफ्टिनेंट कर्नल  पोनुंग डोमिंग को कर्नल बनाए जाने  और लेह सेक्टर में उनकी तैनाती के बारे में जानकारी दी गई है .  इससे पहले  पोनुंग डोमिंग को जब 2019 में लेफ्टिनेंट कर्नल के पड़ पर तरक्की मिली थी तब उनके बारे में काफी लोगों को पता चला था .

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उप मुख्यमंत्री चोवना मेइन  ने पोनुंग डोमिंग को इस उपलब्धि के लिए बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं हैं . इस बारे में  उन्होंने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट में उम्मीद ज़ाहिर की है कि कर्नल पोनुंग डोमिंग सेना में सेवा करते हुए अपनी नेतृत्व क्षमता का लगातार प्रदर्शन करती रहेंगी.

कर्नल पोनुंग डोमिंग का सेना का सफ़र बहुतों के लिए  दिलचस्पी का तो बहुतों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है . पोसुंग डोमिंग ने पासीघाट के आई जी जे गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई के सफर की शुरुआत  की. बारहवीं कक्षा में वे सबसे अच्छे अंको से पास होने वाले विद्यार्थियों में से थीं. वे शुरू से ही मेधावी छात्रा रही हैं लेकिन सेना में जाना उनका सपना तो नहीं था . सेना में सेवा करने की उनकी दिलचस्पी  तब पैदा हुई जब वह  कॉलेज में थीं .  दुर्भाग्य ये रहा कि 2005 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के फ़ौरन बाद  , कुह विशेष परिस्थितियों के कारण , पोनुंग डोमिंग सेना में भर्ती होने की दिशा में कदम नहीं बढ़ा सकीं. उन्होंने कोलकाता में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी कर ली और वहां 2 साल तक काम किया .

पोनुंग डोमिंग ने 2008 में सर्विस सिलेक्शन बोर्ड service selection board (ssb), इलाहाबाद में परीक्षा दी. उनका संकल्प पूरा हुआ जब वे चेन्नई स्थित ऑफिसर्स  ट्रेनिंग अकेडमी  officers training academy , chennai में दाखिल हुई और अधिकारी बन कर कमीशन हासिल किया . पोनुंग डोमिंग युवाओं और खासतौर से महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं . पोनुंग डोमिंग इस मामले में खुद को खुशकिस्मत समझती हैं अगर  देश की बेहतरी के लिए काम करने वाले  किसी  शख्स की  प्रेरणा बन पाएं.