भारतीय सेना ( indian army ) और सीमा सुरक्षा बल ( border security force) के उच्च अधिकारियों की बैठक में सीमा पर असरदार ड्रोन ग्रिड की स्थापना भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा . यह बैठक पंचकुला में सेना की पश्चिम कमान के मुख्यालय चंडीमंदिर स्थित सैन्य स्टेशन पर हुई . दोनों बलों के बीच आपसी तालमेल बेहतर करने और सीमान्त इलाके में सुरक्षा बन्दोबस्त मज़बूत रखने में एक दूसरे की विशेषज्ञता का लाभ लेने जैसे बिन्दुओं पर चर्चा हुई .
सेना और बीएसएफ के अफसरों की यह बैठक ( synergy conference ) मंगलवार को हुई जिसमें भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ( western command of indian army ) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ( GOC in Chief ) लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार और बीएसएफ के विशेष महानिदेशक योगेश बहादुर खुरानिया ने संबोधित किया. दोनों ही बलों के वरिष्ठ अधिकारी इस सम्मेलन में शामिल हुए.
सीमा सुरक्षा प्रबन्धन (border security management ) में आने वाली सामान्य चुनौतियों के अलावा प्रशिक्षण, उपकरण प्रोफ़ाइल जैसे मुद्दों पर बातचीत की गई. एक प्रेस बयान के मुताबिक़ बैठक में एक प्रभावी काउंटर-ड्रोन ग्रिड की स्थापना के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श किया गया.
बयान में कहा गया है कि दुश्मन के नापाक मंसूबों को हराने के लिए संयुक्त सुरक्षा बल संस्कृति विकसित करने और संयुक्त कौशल और सहयोग की भावना को जारी रखने के महत्व पर संयुक्त रूप से सहमति व्यक्त की गई.