
ताज़ा हादसा शनिवार (5 अप्रैल 2025 ) की सुबह तकरीबन 9:30 बजे एक तब हुआ जब रामकुमार तिवारी ने हेलीकॉप्टर से छलांग लगाई. उस समय हेलीकॉप्टर ज़मीन से अंदाजन 1000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था . 23 साल से भारतीय वायु सेना में सेवा कर रहे राम कुमार तिवारी के लिए यह कुछ भी पेचीदा काम नहीं था . फौजियों को ट्रेंड करते करते वह आसमान से इस तरह की अनगिनत छलांगे लगा चुके थे . उनके लिए यह एक रूटीन था . लेकिन इस बार की छलांग आखिरी साबित हुई .
बुरी तरह घायल हुए पैरा प्रशिक्षक राम कुमार तिवारी को उपचार के लिए तुरंत सैन्य अस्पताल ले जाया गया लेकिन वह बच न सके . सहायक पुलिस आयुक्त विनायक भोसले ने बताया, “सैन्य अस्पताल से दोपहर करीब 12 बजे राम कुमार तिवारी की मौत की सूचना पुलिस को मिली थी.”
उत्तर प्रदेश के ही प्रतापगढ़ जिले के एक गांव के रहने वाले वारंट अधिकारी राम कुमार तिवारी आगरा में परिवार के साथ रह रहे थे . आगरा के सदर बाजार थाने के प्रभारी अधिकारी एसएचओ वीरेश पाल गिरी ने बताया कि श्री तिवारी अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ वायुसेना के आवासीय क्वार्टर में रहते थे . वह 2002 में भारतीय वायुसेना में भर्ती हुए थे.
भारतीय वायु सेना ने सोशल मीडिया एक्स के अपने हैंडल पर पोस्ट में कहा, ” भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम के एक पैरा जम्प प्रशिक्षक ने आज आगरा में डेमो ड्रॉप के दौरान लगी चोटों के कारण दम तोड़ दिया. भारतीय वायु सेना इस क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती है. बल इस दुख की घड़ी में उनके साथ मजबूती से खड़ा है.”
स्काईडाइविंग इंस्ट्रक्टर बनने के लिए असाधारण हिम्मत की ज़रूरत होती है, उसे अपने प्रशिक्षुओं के साथ सैकड़ों बार गोता लगाना और डाइविंग प्रदर्शन करना होता है लेकिन ऐसे में सुरक्षा का सारा दारोमदार पैराशूट पर ही होता है .
ऐसे ही प्रशिक्षक रहे भारतीय वायु सेना के उन प्रशिक्षक वारंट अधिकारी राम कुमार तिवारी को रक्षक न्यूज़ की तरफ से भावभीनी श्रद्धांजलि जो स्थाई पंख अर्जित करके हमेशा के इस संसार से उड़ गए .

जूनियर वारंट अधिकारी जीएस मंजुनाथ की मौत :
आगरा में भारतीय वायु सेना के पैरा प्रशिक्षण में आसमान से ज़मीन पर छलांग लगाने के दौरान पैराशूट सही समय पर नहीं खुलने की यह दूसरी दुर्घटना है. इससे पहले इसी साल 8 फरवरी में मलपुरा ड्रॉपिंग ज़ोन में नियमित पैरा जंपिंग अभ्यास के दौरान कर्नाटक के जूनियर वारंट ऑफिसर जीएस मंजू नाथ (36) की मृत्यु हो गई थी. जीएस मंजुनाथ ने प्रशिक्षण के दौरान तकरीबन 7000 फीट की ऊंचाई से भारतीय वायुसेना के एएन -32 विमान से छलांग लगाई थी . लेकिन समय पर न तो उनका मुख्य पैराशूट और न ही रिज़र्व पैराशूट खुला. जीएस मंजूनाथ आगरा के सुतेड़ी गांव के खेत में आ गिरे और प्राण त्याग दिए .