भारतीय वायु सेना के गज़ब के पायलट है पूर्वी कमान सम्भालने वाले एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार

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एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार
भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान के शिलांग स्थित मुख्यालय में सोमवार को कार्यभार सम्भालते वक्त एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार की पत्नी लक्ष्मी नाम्बियार भी, सेना की परम्परानुसार, साथ थीं.

भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार की गिनती उन चुनिन्दा पायलटों में होती है जिन्होंने कमांडिंग पायलट के तौर पर 42 किस्म के विमानों में परवाज़ भरी. टेस्ट पायलट के तौर पर अपनी खास पहचान बना चुके मार्शल नाम्बियार भारतीय वायुसेना के इकलौते ऐसे पायलट हैं जिन्होंने मिराज़ जैसा लड़ाकू विमान सबसे ज़्यादा घंटे उड़ाया.

कुल मिलाकर 5100 घंटे का फ्लाइंग अनुभव रखने वाले और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के कैडेट रहे एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार ने 1981 में इंडियन एयरफोर्स (IAF) में कमीशन पाया था. सोमवार यानि 1 अक्टूबर 2018 को उन्होंने भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान के एयर कमांडिंग इन चीफ (AOC -in – C) का ज़िम्मा सम्भाला. विमानों का प्रायोगिक स्तर पर परीक्षण करने वाली संस्था सोसायटी आफ़ एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट के सदस्य एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार, भारत में डिजायन व निर्मित किये गये हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस के परियोजना टेस्ट पायलट भी थे. उस लड़ाकू विमान मिराज – 2000 की 2300 घंटे की उड़ान भरने वाले वह ही एक पायलट हैं जिसकी टाप स्पीड 2336 किलोमीटर प्रति घंटा है. यही नहीं, मार्शल नाम्बियार मिराज़ स्क्वाड्रन के फ्लाइट कमांडर भी रहे हैं.

एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार
भारतीय वायु सेना के उप प्रमुख रघुनाथ नाम्बियार राफेल की उड़ान भरने से ऐन पहले फ़्रांस के एयर बेस पर. फोटो साभार : ANI
एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार
एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार. फोटो साभार : DECCAN CHRONICLE

पाकिस्तान के साथ 1999 में करगिल संघर्ष के दौरान भी लड़ाई के वक्त उन्होंने मिराज़ में उड़ान भरी थीं और तब 25 उड़ान अभियानों में हिस्सा लिया था. दिलचस्प है कि नवीनतम लड़ाकू तेजस उड़ाने वाले एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार भारतीय वायुसेना की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित स्क्वाड्रन (नम्बर 1) को भी कमांड कर चुके हैं.

भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान के शिलांग स्थित मुख्यालय में सोमवार को कार्यभार सम्भालते वक्त उनकी पत्नी लक्ष्मी नाम्बियार भी, सेना की परम्परानुसार, साथ थीं और उन्होंने भी वहां साथ साथ ही हुए कार्यक्रम में क्षेत्रीय एयर फ़ोर्स वाइव्स वेलफेयर की अध्यक्ष का कार्यभार सम्भाला. पूर्वी कमांड के तहत भारत के 11 राज्यों की हवाई सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है जिसके स्थायी वायु सैनिक अड्डे छबुआ, गुवाहाटी, बागडोगरा, बरकपुर, हासीमारा, जोरहाट, कलईकुंडा और तेजपुर में होने के अलावा अगरतला ,कोलकाता , पानागढ़ और शिलोंग में अग्रिम वायु अड्डे हैं.