भारत में 2022 में घोषित सैनिक भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ के तहत सेना में भर्ती युवाओं के पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो गई है. देश भर अलग अलग स्थानों पर पहले बैच में कुल मिलाकर 40 हज़ार अग्निवीर भर्ती हुए हैं जिनमें से 5500 ने हैदराबाद के आर्टिलरी सेंटर में ट्रेनिंग लेनी शुरू की है. ये सेंटर भारत का सबसे बड़ा आर्टिलरी सेंटर है जहां इन 5500 अन्गिवीरों को दो बैच में बांटकर प्रशिक्षण दिया जाना शुरू किया गया है. यहां के गोलकुंडा आर्टिलरी सेंटर को उच्च श्रेणी के प्रशिक्षण केंद्र का दर्जा हासिल है जिसमें इन अग्निवीरों (agniveer) को सिमुलेटर और ऑटोमेशन (simulators and automation) की मदद से भी ट्रेंड किया जाएगा.
अग्निपथ (agnipath) के तहत भर्ती अग्निवीरों की ट्रेनिंग पाने वाला यहां का ये पहला बैच है. इनकी ट्रेनिंग 1 जनवरी शुरू हुई है जो 31 हफ्ते चलेगी. शुरुआत में इनको मिलिटरी ऑपरेशन की मोटे तौर पर जानकारी दी जाएगी. इस कोर्स में साइबर सुरक्षा, फायरिंग, संचार प्रणाली आदि विषय पढ़ाए जाएंगे. दूसरे बैच में 3300 अग्निवीरों की ट्रेनिंग 1 मार्च से शुरू होगी. ये अग्निवीर अगले महीने यानि फरवरी के मध्य में सेंटर में आना शुरू होंगे.
आर्टिलरी सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर राजीव चौहान का कहना है कि यहां इनकी ट्रेनिंग की तैयारियां मुकम्मल हैं और प्रशिक्षण कार्यक्रम इतना व्यवस्थित तरीके का बनाया गया है कि बिना किसी रुकावट के अग्निवीर पूरी तरह प्रशिक्षित होकर आर्टिलरी यूनिटों में तैनात होकर ड्यूटी शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया कि अग्निवीरों के प्रशिक्षण में एडवांस तकनीक की अहम भूमिका है.
पहले दिन से ही हरेक अग्निवीर का मूल्यांकन किया जाएगा और 4 साल के अंत तक इनमें से 25% को सेना में रखा जाएगा. बाकी के 75 % को सेना की सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा. उनको पूर्व सैनिक वाली पेंशन आदि का कोई लाभ नहीं मिलेगा.