शुक्रवार की सुबह ( 10 नवंबर 2023) की सुबह दिल्ली के साउथ ब्लॉक स्थित अपने दफ्तर के कमरे में घुसते ही कर्नल सुधीर चमोली के चेहरे पर बरबस ही मुस्कान आ गई. इसकी वजह थी उनकी ऑफिस टेबल पर रखा एक अन्तर्देशीय पत्र कार्ड ( inland letter card ) जो उनके नाम से दफ्तर के पते पर आया था. भारत में लगभग ढाई दशक के डिजीटल दौर में , व्यक्तिगत विचार व संदेशों को साझा करने के लिए लगभग भुला दिए गए , डाक विभाग के लिफ़ाफ़े पर अपना नाम होना कर्नल सुधीर को एक ज़माने की यादों में ले गया. यह इनलैंड लैटर पुदुचेर्री के एक स्कूल में तीसरी क्लास में पढ़ने वाले एक बच्चे आर. नितीश ने भेजा था जिसके मजमून ने तो उनको भावुक ही कर दिया.
भारतीय सेना ( indian army ) और सैनिकों के प्रति बालक आर. नितीश के विचार और शब्द थे ही ऐसे कि सेना से जुड़ा कोई भी व्यक्ति भावुक हो जाए. लिहाज़ा बालक को कर्नल सुधीर चमोली ने सेना की तरफ से समुचित जवाबी संदेश तो भेजा ही , साथ ही सेना की तरफ से तोहफे भी भेजे.
आर. नितीश पुदुचेर्री के होली फ्लावर्स इंटरनेशनल हाई स्कूल ( holy flowers international high school) की तीसरी कक्षा का छात्र है. उसने अन्तर्देशीय पत्र में पेंसिल से अंग्रेज़ी में लिखते हुए सैनिकों को दीपावली की शुभकामनाएं भेजी हैं . साथ ही कामना की है कि सैनिक दीपावली की ख़ुशी के सुंदर पल अपने परिवार व मित्रों के संग मनाएं. बालक ने आने वाले वर्षों में सैनिकों के स्वास्थ्य , सुखद भविष्य , सम्पन्नता और सफलता की कामना की है . सीमा पर तैनात सभी बहादुर फौजियों के लिए इस नन्हें से बालक ने आशीर्वाद और प्रार्थना करते हुए ‘ शुबह दीपावली ‘ लिखा है . दीपावली के संदेश के साथ ही बालक ने ‘ जय हिन्द ‘ का उद्घोष लिखा है और भारत का राष्ट्रीय ध्वज ‘ तिरंगा ‘ भी बनाया है.
कर्नल सुधीर चमोली भारतीय सेना के प्रवक्ता भी हैं. उन्होंने कहा कि इतने छोटे से बच्चे के सेना के प्रति सम्मान व सुंदर विचार ने उनको प्रभावित किया . सेना ने इस रिश्ते को मज़बूत करते हुए बालक को कुछ तोहफों का एक पैकेट भेजा है . इसमें सेना के प्रतीक चिन्ह वाला कप , बैग , पेंसिल और स्टेशनरी जैसा सामान है भेजे. यह पैकेट स्कूल के पते पर स्पीड पोस्ट से भेजा गया है जो संभवत आर नितीश तक जल्द पहुंच जाएगा.
इस मार्मिक घटना को , सेना की कवरेज करने वाले पत्रकार कृष्ण मोहन शर्मा मिश्रा ने अपने फेसबुक खाते से पोस्ट के तौर पर साझा किया है. उन्होंने लिखा है – इस बच्चे की दीपावली शुभकामनाएं सैनिक नहीं भूलेंगे और सेना के तोहफे बच्चा नहीं भूलेगा. हर मुश्किल दौर में भारतीय सेना और देशवासियों का ये रिश्ता हौसला बढ़ता है. यही अटूट रिश्ता इस देश की सुरक्षा का अभेद्य चक्र बनाता है.