जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने भारतीय सेना के वाहन पर घात लगाकर उस वक्त हमला किया जब उसमें सवार सैनिक एक ऑपरेशन के लिए सुरनकोट रोड पर घने जंगल में जा रहे थे. हमले में जिन चार जवानों की जान गई उनके नाम बीरेंद्र सिंह, चंदन कुमार, करण कुमार और गौतम कुमार बताए गए हैं . तीन अन्य सैनिक इस हमले में घायल हुए है जिनका उपचार चल रहा है .
सेना के वाहन पर आतंकवादियों का यह हमला गुरूवार की दोपहर बाद थाना मंडी – सुरनकोट रोड पर हुआ. यह वो क्षेत्र है जो देहरा की गली ( dehra ki gali ) के रास्ते से जाने पर राजौरी और पुंछ जिलों को जोड़ता है . सेना को इस इलाके में आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधियां होने की रिपोर्ट मिली थी जिसके तहत सेना यहाँ ऑपरेशन चला रही थी. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि घटना गुरुवार दोपहर करीब 3.30 बजे हुई जब ऑपरेशनल टीमों को ले जा रहे सेना के वाहन देहरा की गली से बफलियाज की तरफ जा रहे थे. यह क्षेत्र मुगल रोड से भी जुड़ता है.
घने जंगल से घिरे दानार सावनिया मोड़ इलाके में छिपे आतंकवादियों ने सेना के वाहनों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. सेना ने जवाबी कार्रवाई के तहत फायरिंग की लेकिन आतंकवादी पास के जंगल में बचकर भागने में कामयाब हो गए.
सेना के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इस घटना में सेना के चार जवानों की जान चली गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए. सभी चार कर्मियों के शव घटना स्थल से बरामद कर लिए गए और उन्हें निकटतम सेना शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया. घायलों को स्थानीय सेना अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उनका इलाज चल रहा था .
इस बीच, इलाके में सेना और पुलिस की बड़े पैमाने पर तैनाती की गई है. आतंकवादियों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है. हमलावर आतंकवादियों की तादाद तीन बताई जा रही है. सेना का कहना है कि 20 दिसंबर की रात से देहरा की गली (डीकेजी – DKG ) के सामान्य क्षेत्र में एक ऑपरेशन चलाया जा रहा था. 21 दिसंबर को लगभग 3.45 बजे, सेना के दो वाहन सैनिकों को लेकर ऑपरेशन साइट की ओर जा रहे थे, जिन पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की.
पिछले एक महीने के दौरान राजौरी, पुंछ के इलाकों में सेना की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के दौरान यह दूसरी बड़ी घटना है. इससे पहले 23 और 24 नवंबर को राजौरी जिले के कालाकोट इलाके के बाजी माल, बरेवी में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो अधिकारियों समेत पांच सैनिकों की जान गई थी . सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादियों को मार डाला था.