भारत में गारमेंट्स बनाने वाली कम्पनी मरियन अपैरल प्राइवेट लिमिटेड ने फिलहाल इजरायल पुलिस का वर्दी सप्लाई करने का और ऑर्डर न लेने का फैसला किया है. इस कंपनी को लगातार कई साल से इजरायल की पुलिस की तकरीबन एक लाख वर्दियां बनाकर भेजने का ऑर्डर मिलता है. इसके अलावा यह इजरायल के लिए कई हज़ार कैदियों की वर्दी भी यह कंपनी सप्लाई करती है. अब कम्पनी ने इजरायल और हमास के बीच जंग के न रुकने और शांति बहाली होने तक इजरायल को यह वर्दियां न भेजने का निर्णय लिया है .
कंपनी के मालिक मुंबई के व्यवसायी थॉमस ओलिकल ( thomas olickal ) हैं जो मूलत: मलयाली हैं और केरल के निवासी हैं. केरल के ही कन्नूर ज़िले में उनकी कपड़े सिलने की इकाई है जहां तकरीबन 1500 कर्मचारी हैं और उनमें ज्यदातर महिलाएं हैं . यहां देशी विदेशी विभिन्न पुलिस संगठनों और सेना के लिए वर्दी का काम भी होता है. यहाँ के उत्पाद अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के होते हैं . दिलचस्प है कि मरियन अपैरल ( maryan apparel) की फैक्टरी में कर्मचारियों में ज़्यादातर महिलाएं जो वर्दी सिलने का काम करती हैं .
यह कम्पनी तरह तरह की वर्दियां बनाने की एक्सपर्ट है . मरियन अपैरल फिलिपीन आर्मी ( philippine army ) , क़तर एयर फ़ोर्स (qatar air force ) व क़तर पुलिस , ब्रिटिश और अमेरिकन सुरक्षा फर्मों , मध्य पूर्व के कई स्कूलों और फायर ब्रिगेड तथा बचाव व राहत कार्य में लगी विदेशी फर्मों के कर्मचारियों के लिए यूनिफ़ॉर्म बनाती है .
कंपनी के प्रबंधन का कहना है कि वह 2015 से इजरायली पुलिस के लिए हरा साल 1 लाख से ज्यादा वर्दियां बनाकर भेजते हैं . समाचार एजेंसी पीटीआई ने केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव ( industry minister p rajeev ) के सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के आधार पर इस बारे में समाचार जारी किया है . उद्योग मंत्री पी राजीव ने कंपनी के इस फैसले का स्वागत किया है.
मरियन अपैरल के प्रबंध निदेशक ( managing director ) थॉमस ओलिकल का कहना है कि इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में बेकसूरों पर हुए हमले को देखते हुए उनकी कंपनी ने नैतिकता के आधार पर फैसला लिया है कि जब तक उस क्षेत्र में युद्ध बंद नहीं हो जाता तब तक इजरायली पुलिस को वर्दी सप्लाई नहीं की जाएगी. उनका कहना है कि फार्म युद्ध से किसी तरह का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं रखना चाहती. यह कोई राजनीति से प्रेरित फैसला भी नहीं है. युद्ध बंद हो जाने पर इजरायल को पहले की तरह वर्दी सप्लाई की जाएगी.