एसएसयू के एक अधिकारी ने विदेशी मीडिया से कहा कि हमले के पीछे एजेंसी का हाथ है. अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बात की क्योंकि उन्हें जानकारी जारी करने का अधिकार नहीं था, उन्होंने किरिलोव को “युद्ध अपराधी और पूरी तरह से वैध लक्ष्य” बताया.
वहीँ एसएसयू ने कहा है कि उसने पाया है कि फरवरी 2022 में आक्रमण के बाद से युद्ध के मैदान में रूस ने 4 800 बार रासायनिक हथियारों ( chemical weapons) का इस्तेमाल किया है . मई में, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा था कि उसने यूक्रेनी सैनिकों के खिलाफ उस क्लोरोपिक्रिन ( chloropicrin) जहरीली गैस का इस्तेमाल दर्ज होते पाया है जिसका इस्तेमाल पहली बार प्रथम विश्व युद्ध ( first world war ) में किया गया था. लेकिन रूस ने यूक्रेन में किसी भी रासायनिक हथियार का इस्तेमाल करने से इनकार किया है और बदले में, कीव पर युद्ध में जहरीले तौर तरीकों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.
रूसी समाचार रिपोर्टों के अनुसार, मंगलवार के हमले में इस्तेमाल किया गया बम दूर से चलाया गया था. घटनास्थल से मिली तस्वीरों में टूटी हुई खिड़कियाँ और दीवारों की जली हुई ईंटें दिखाई दे रही थीं. यूक्रेन सुरक्षा सेवा के एक अधिकारी ने वीडियो उपलब्ध कराया है , जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि यह बमबारी के समय का था. वीडियो में दो लोग इमारत से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं . ठीक उसी समय पहले एक धमाका होता है.
रूस की शीर्ष राज्य जांच एजेंसी ने कहा कि वह जनरल इगोर किरिलोव की मौत को आतंकवाद के मामले के रूप में देख रही है, वहीं मॉस्को में अधिकारियों ने यूक्रेन को दंडित करने की कसम खाई है.
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता वाली रूस की सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने इस हमले को कीव द्वारा अपनी सैन्य नाकामियों से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश करार दिया है
पिछले एक साल में, रूस युद्ध में आगे रहा है, भारी नुकसान के बावजूद पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र में गहराई से घुस गया है. यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में घुसपैठ करके गतिशीलता को बदलने की कोशिश की, लेकिन वह धीरे-धीरे अपने ही क्षेत्र में जमीन खोता जा रहा है.