भारत की 75वीं गणतंत्र दिवस परेड ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ अवधारणा लिए होगी. 26 जनवरी, 2024 को कर्तव्य पथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड की खासियत इसका महिला केंद्रित होने भी है . इस अवसर पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ( French President Emmanuel Macron) मुख्य अतिथि होंगे और परेड में फ्रांसीसी मार्चिंग दल भी हिस्सा लेगा. वैसे तो परेड में 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां हिस्सा ले रही हैं, लेकिन यह लगातार तीसरा साल होगा जब इन झांकियों में देश की राजधानी दिल्ली का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होगा.
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ( defence secretary giridhar armane ) ने आज (19 जनवरी 2024) नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गणतंत्र दिवस परेड से जुड़ी जानकारी साझा की. श्री अरमाने ने कहा कि महिला मार्चिंग टुकड़ियां परेड का प्रमुख हिस्सा होंगी, जिसमें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) और केंद्रीय मंत्रालयों/संगठनों की अधिकांश झांकियां देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, एकता और प्रगति का प्रदर्शन करेंगी.
परेड में महिलाएं :
यह पहला मौका होगा जब परेड की शुरुआत 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगी. यह शुरुआत महिला कलाकारों ख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि बजाते हुए संगीत प्रस्तुत करेंगी. परेड में पहली बार तीनों सेनाओं , थल – वायु व नौसेना , की महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी भी कर्तव्य पथ पर मार्च करती हुई दिखाई देगी. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी महिला कर्मी शामिल होंगी. रक्षा सचिव ने कहा, “इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं का सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा.”
परेड सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी. कर्तव्य पथ पर बैठने की क्षमता 77,000 है, जिसमें से 42,000 आम जनता के लिए आरक्षित है.
मुख्य अतिथि:
गिरिधर अरमाने ने बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे. परेड में फ्रांस का 95 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 33 सदस्यीय बैंड दस्ता भी हिस्सा लेगा. फ्लाई-पास्ट में भारतीय वायु सेना के विमानों के साथ-साथ एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (MRTT) विमान और फ्रांसीसी वायु सेना के दो राफेल विमान भी शामिल होंगे .
गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में पहली बार, 2016 में विदेशी सैनिकों के एक समूह ने भारतीय सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर मार्च किया था. वह भी फ्रांसीसी सेना की एक टुकड़ी थी.
विशेष अतिथि:
इस साल परेड देखने के लिए तकरीबन 13,000 विशेष अतिथियों को भी आमंत्रित किया गया है. रक्षा सचिव ने कहा कि इसका उद्देश्य जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को राष्ट्रीय उत्सव में शामिल होने का मौका देना है.
इन विशिष्ट अतिथियों में , विभिन्न क्षेत्रों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सरकार की विभिन्न योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं. श्री अरमाने ने कहा कि उनकी कठिन आजीविका को देखते हुए, देश के गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनने के लिए वाइब्रेंट विलेजेज को विशेष अतिथियों की सूची में शामिल करने पर विशेष जोर दिया गया.
झांकी:
परेड के दौरान कुल 25 झांकियां – 16 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश और नौ मंत्रालय/विभाग – कर्तव्य पथ पर चलेंगी. यह राज्य/केंद्र शासित प्रदेश हैं: अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लदाख , तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जबकि मंत्रालय/संगठन हैं: गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान केंद्र ( सीएसआईआर), भारत निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी).
हर साल की तरह, झांकियों का चयन एक विशेषज्ञ समिति द्वारा किया गया है जिसमें कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला, कोरियोग्राफी आदि के क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं. रक्षा सचिव ने बताया कि कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की अपनी झांकी को शामिल न करने की चिंता ज़ाहिर करने पर, रक्षा मंत्रालय ने एक अद्वितीय तीन-वर्षीय रोल-ओवर योजना तैयार की है, जो तीन वर्षों की अवधि में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की घूर्णी आधार पर समान भागीदारी सुनिश्चित करती है.
झांकी का विवाद:
इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की झांकी को खारिज किए जाने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा , “देश की राजधानी दिल्ली की झांकी को केंद्र ने खारिज कर दिया. इसकी झांकी को 2022 की परेड के लिए और फिर 2023 की परेड के लिए खारिज कर दिया गया था और अब इसे 2024 की परेड के लिए फिर से खारिज कर दिया गया है, ” इससे पहले पंजाब की झांकी भी खारिज कर दी गई थी. दिल्ली की तरह पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है. पंजाब भी इस पर सवाल उठा चुका है .
संस्कृति मंत्रालय कर्तव्य पथ पर कपडे से बने ‘अनंत सूत्र – द एंडलेस थ्रेड’ का प्रदर्शन करेगा. इसे बाड़ों में बैठे दर्शकों के पीछे लगाया जाएगा. अनंत सूत्र साड़ी के लिए एक शानदार भावना है, जो फैशन की दुनिया के लिए भारत का कालातीत उपहार है. यह अनोखा काम है . इसमें देश के हर कोने से लगभग 1,900 साड़ियों और पर्दों को प्रदर्शित किया जाएगा जो कर्तव्य पथ के साथ लकड़ी के फ्रेम के साथ ऊंचाई पर लगाए गए हैं. इसमें क्यूआर कोड होंगे जिन्हें स्कैन करके इसमें इस्तेमाल की जाने वाली बुनाई और कढ़ाई कला के बारे में विवरण लिया जा सकता है .स्मारक सिक्का एवं टिकट:
भारत इस वर्ष अपने गणतंत्र का 75वां वर्ष मना रहा है, इसलिए रक्षा मंत्रालय समारोह के दौरान एक स्मारक सिक्का और स्मारक टिकट जारी करेगा.
पराक्रम दिवस:
संस्कृति मंत्रालय 23 जनवरी 2024 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर आधारित , लाल किले पर , पराक्रम दिवस का आयोजन करेगा. कार्यक्रम के दौरान, 3-डी प्रोजेक्शन मैपिंग/लाइट एंड साउंड शो, नाटक/नृत्य प्रदर्शन के साथ प्रोजेक्शन मैपिंग आदि जैसी विभिन्न गतिविधियां होंगी
समारोह के लिए टिकट:
नागरिकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए परेड समारोह में आम जनता के लिए सीटों की संख्या बढ़ा दी गई है. तदनुसार, जनता के लिए टिकटों की संख्या बढ़ा दी गई है जिन्हें www.aamantran.mod.gov.in से खरीदा जा सकता है.26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस परेड के लिए टिकट 20 रुपये और 100 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं. बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी (29 जनवरी, 2024) के लिए टिकट की कीमत 100 रुपये है. इस समारोह के लिए सिर्फ 1200 टिकटें बेची जाएंगी.