भारतीय मूल के काश पटेल ने अमेरिकी एजेंसी एफबीआई के प्रमुख का कार्यभार संभाला

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भारतीय मूल के  कश्यप प्रमोद विनोद पटेल ‘काश ‘  अमेरिका की ख़ुफ़िया एवं जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ़  इन्वेस्टीगेशन ( federal bureau of investigation) के निदेशक बनाए गए हैं. आम तौर पर  काश पटेल ( kash patel) के नाम से अपनी पहचान रखते हैं .  पेशे से वकील काश पटेल ने शनिवार को एफबीआई के प्रमुख का कार्यभार संभाला.

दूसरी दफा अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप  की तरफ से की गई यह महत्वपूर्ण नियुक्तियों में से एक है. काश पटेल की एफबीआई प्रमुख के तौर  पर  नियुक्ति का ट्रंप  के राजनीतिक प्रतिद्वंदियों विरोध भी किया है .

एफबीआई के निदेशक ( fbi director) के तौर पर  45  वर्षीय ( जन्म 25 फरवरी 1980 ) काश पटेल को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  ( president donald trump ) ने नामित किया था . अमेरिकी सीनेट ने  51-47 वोटों से काश पटेल के नामांकन को मंजूरी दी. डेमोक्रेट्स ने इसका विरोध किया. उनका तर्क था कि काश पटेल असल में रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य और  ट्रंप के नज़दीक रहे हैं.   ऐसे में ट्रंप अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को निशाना बनाने के लिए इस शक्तिशाली व साधन सम्पन्न  संघीय ख़ुफ़िया व जांच  एजेंसी का दुरूपयोग करेंगे जिसके कर्मचारियों की तादाद 38 हज़ार से भी ज्यादा है .

वैसे काश पटेल ने पवित्र पुस्तक भागवद गीता ( bhagawad geeta ) को साक्षी रखकर  एफबीआई के डायरेक्टर के पद की शपथ ली.  काश पटेल एफबीआई के नौवें निदेशक हैं . इस पद पर किसी भी अधिकारी  का अधिकतम कार्यकाल 10 साल  तक का हो सकता है .

काश पटेल से पहले किस्टोफर अशर  रे  (christopher asher wray ) एफबीआई  के निदेशक थे जिनका कार्यकाल सात साल ( अगस्त 2017 से जनवरी 2024) रहा. उनकी इस पद पर नियुक्ति यूं तो डोनाल्ड ट्रंप के पहले वाले कार्यकाल में ही की गई थी और वह इस पद पर जो  बाइडन (joe biden ) के कार्यकाल में भी बने रहे. परन्तु हाल में डोनाल्ड ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने वाले दिन ( 20 जनवरी 2025) से एक रोज़ पहले  ही यानि 19 जनवरी 2025  को  किस्टोफर अशर  रे  ने एफबीआई के प्रमुख की कुर्सी छोड़ दी थी.

काश पटेल का प्लान : 
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक़ , काश पटेल  वाशिंगटन से 1,000 कर्मचारियों को देश भर के क्षेत्रीय कार्यालयों में स्थानांतरित करने की योजना बना रहे हैं. उनकी योजना   हंट्सविले, अलबामा ( huntsville, alabama) में एफबीआई का एक बड़ा दफ्तर बनाने की है जिसमें 500 अतिरिक्त  कर्मचारियों को स्थानांतरित किया जा सके.एफबीआई की तरफ से  जारी एक बयान में कहा गया, “निदेशक पटेल ने अमेरिकी जनता से अपना वादा स्पष्ट कर दिया है कि एफबीआई एजेंट हिंसक अपराध से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने वाले समुदायों में होंगे.  उन्होंने एफबीआई नेतृत्व को इस वादे को अमल में लाने के लिए एक योजना लागू करने का निर्देश दिया है.”

ट्रंप की टिप्पणी : 
वहीं  डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल और उनकी योजनाओं के लिए अपना मजबूत साथ ज़ाहिर किया है.  काश पटेल के एफबीआई के निदेशक के रूप में शपथ लेने के बाद, डोनाल्ड  ट्रंप ने कहा, “काश (पटेल) से प्यार करने और उन्हें इस पद पर बिठाने का एक कारण यह है कि एजेंटों के मन में उनके लिए सम्मान है. वह इस पद पर अब तक के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे.”