अमेरिका में पहले पगड़ीधारी सिख पुलिस अधिकारी संदीप धालीवाल की हत्या

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सिख पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल (फाइल फोटो)

दुनिया भर में सिख समुदाय के लिये प्रेरणा बने अमेरिकन सिख पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल की हैरिस काउंटी में दिनदहाड़े सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात के वक्त संदीप वर्दी में थे और उन्होंने रूटीन के काम के दौरान एक कार सवार को रोका था जिसने उन्हें उस वक्त गोली मारी जब संदीप अपनी कार के पास थे. गोली उनके सिर में लगी जो निशाना साधकर पीछे से मारी गई थी. संदीप यहाँ की पुलिस में ऐसे पहले अधिकारी थे जिन्होंने पुलिस वर्दी में पगड़ी और सिख वेशभूषा से जुड़े अन्य पहचान चिन्हों को धारण करने के लिए संघर्ष छेड़ा था.

संदीप धालीवाल की 2015 में की गई पहल के बाद यहाँ की पुलिस ने अपनी वर्दी के नियमों में बदलाव किया था और जिसने सिखों के लिए अपनी खालसाई पहचान कायम रखते हुए पुलिस वर्दी धारण करने मंजूरी दी थी. संदीप धालीवाल हैरिस काउंटी में डिप्टी शैरिफ थे. स्थानीय समय के मुताबिक दुर्भाग्यपूर्ण ये घटना अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ह्यूस्टन की शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 23 मिनट की है.

सिख पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल ड्यूटी पर (फाइल फोटो)

हैरिस काउंटी के शैरिफ कार्यालय के मेजर माइक ली ने मौके पर लगे कैमरे की फुटेज की समीक्षा करने के बाद उसके हवाले से प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं को बताया कि डिप्टी संदीप धालीवाल कार के ड्राइवर से करीब दो मिनट बात करते दिखाई दिए. न तो उनके बीच कोई झगड़ा चल रहा था और न ही बहसबाजी हो रही थी. मेजर ली नेकहा, ‘ये रूटीन का ट्रैफिक स्टॉप था जो हम रोज़ाना करते हैं.’ ड्राइवर अपनी कार में बैठा हुआ था. डिप्टी धालीवाल उससे बात करने के बाद मुड़े और पास ही खड़ी कार की तरफ बढ़े, तीन से पांच सेकन्ड्स ही बीते होंगे कि कार की ड्राइवर वाली तरफ का दरवाज़ा खुला, ड्राइवर बंदूक लहराता हुआ बाहर निकला और दौड़कर डिप्टी संदीप धालीवाल के पीछे पहुंचा और असल में घात लगाकर पीछे से गोली मार दी. गोली मारने के बाद हमलावर वापस अपनी कार में सवार हुआ और फरार हो गया.

जिस वक्त ये वारदात हुई तब वहां पास में ही एक महिला पेड़ पौधों की देखभाल का काम रही थी. उसने दो गोलियों की आवाज़ सुनी और बंदूकधारी को भागते देखा. महिला ने पुलिस को बुलान के लिए 911 नम्बर पर फोन काल किया.

संदीप सिंह धालीवाल को बच्चों से बहुत प्यार था (फाइल फोटो)

हत्यारे का वीडियो :

मेजर माइक ली ने बताया कि डैशबोर्ड वीडियो कैमरे से मिली वीडियो से हमलावर के फोटो के प्रिंट निकालकर अधिकारियों ने बाँट दिए थे. घटनास्थल से तकरीबन पौन किलोमीटर के फासले पर एक डिप्टी ने एक शख्स को देखा. मेजर माइक ली ने बताया, ‘वो काफी नर्वस दिखाई दे रहा था और उसे हिरासत में ले लिया गया.’ मेजर ली ने बताया, ‘और वही गोली मारने वाला निकला.’

कौन है ये हत्यारा :

इस शख्स का नाम रॉबर्ट सोलिस है जिसकी उम्र 47 वर्ष है. उसे आइसक्रीम की एक दुकान से पकड़ा गया था जहां वो करीब आधे घंटे से बैठा हुआ था. उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है. उसका पहले का भी आपराधिक इतिहास है. उसने दो साल पहले भी किसी पर घातक हथियार से हमला किया था और पैरोल पर छूटने के बाद भी वारदात की थी. समझा जाता है कि डिप्टी की हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया गया है.

घटना के वक्त हमलावर की कार में सवार एक संदिग्ध महिला को भी पकड़ा गया है. लेकिन हत्या की वजह क्या रही? ये पता नहीं चल सका.

संदीप सिंह धालीवाल :

संदीप सिंह धालीवाल बेहद अनुशासन प्रिय और उदार सिख पुलिस अधिकारी थे. करीब एक दशक पूर्व वो अपने ट्रकों के बिजनेस को बंद करने के बाद पुलिस में भर्ती हुए थे. स्थानीय सिख समुदाय को अमेरिकी एजेंसियों के बीच एक सेतु बनने के मकसद से पुलिस विभाग में आये संदीप काफी हद तक इस काम में कामयाब भी हुए थे. उनकी मौत की वजह से पूरे पुलिस महकमे में शोक है. संदीप के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं.

न्यू यार्क पुलिस में पगड़ीधारी पहली सिख महिला