खौफ : बिना सवार के सेना के घोड़े दौड़ते वाहनों और राहगीरों से टकराए

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लंडन की सडकों पर सेना के बेकाबू घोड़े

यह नजारा सच में उन लोगों के लिए डरावना था जिनका वास्ता आज सुबह लंडन (london ) के व्यस्ततम और हाई प्रोफाइल  इलाके सेंट्रल लंडन में इन घोड़ों से पडा.  बेहतरीन नस्ल के ऊँचीं कद काठी के इन शानदार व दमदार घोड़ों में एक एकदम सफेद और दूसरा एकदम काला था. सफेद घोड़े का जिस्म खून से लथपथ था. वह एक बस से जा टकराया था और घायल होने पर उसके सीने से खून बह रहा था जिससे उसकी टाँगे व जिस्म का और हिस्सा भी लाल हो चुका था,

सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर इन घोड़ों का वीडियो जब लोगों ने देखा तो बरबस ही आसानी से किसी को यकीं नहीं हो रहा था . उन पर काठियां बंधी थीं . लगाम भी थी . घोड़े एक के बाद एक कई वाहनों से टकराते जा रहे थे . लेकिन उस वक्त शायद ही किसी को इस बात पर यकीं होगा कि यह घोड़े सेना के हैं . इतना ही नहीं इन्होने अपने पर सवार सैनिकों को उछाल कर गिरा दिया था . असल में यह 2 नहीं बल्कि 7 घोड़ों का दल था. हालांकि बेकाबू  5 घोड़े हुए  थे. इस घटना में 4 सैनिक भी ज़ख़्मी हुए.

यूं लंडन की सड़कों से गुज़रते वक्त घुड़सवारों का दिखाई देना अजीब नहीं है क्योंकि आसपास सेना व पुलिस की कई इकाइयों में घोड़े हैं. सेना व पुलिस के समारोहों के अलावा औपचारिक राजसी समारोहों में तो घोड़ों की रस्में होतीं हैं.

ऐसे ही एक  कार्यक्रम की तैयारी के तहत आज इन घोड़ों के साथ रिहर्सल चल रही थी. पांच घोड़ों का एक दल था जिन्हें 4 सैनिक संभाल रहे थे . उसी स्थान के पास एक इमारत बन रही है. अभ्यास के वक्त उस इमारत से आई आवाजों से घोड़े बौखला कर बेकाबू हो गए , उन्होंने अपने सवार सैनिकों को भी पटक डाला . इस अप्रत्याशित घटना के लिए सवार भी तैयार नहीं थे. चारों सैनिक भी ज़ख़्मी हो गए . पुलिस का कहना है कि घोड़ों के इस तरह सडकों पर बेतहाशा दौड़ते और वाहनों से टकराने की कॉल सुबह 8 . 40 बजे मिली थी . घोड़ों के टकराने से घायल 4  नागरिकों को  चिकित्सा  मुहैया कराने की पुष्टि हुई है .

बाद में सभी घोड़ों को काबू कर सेना को सौंप दिया गया. हालांकि इसके लिए खासी मशक्कत की गई .