पाकिस्तानी सेना ( pakistan army ) के प्रमुख पद के दावेदारों में से एक लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफदर के इस्तीफे ने सैन्य और सियासी हलकों में भूचाल ला दिया है. उन्होंने स्वयं इस्तीफ़ा दिया है या उनसे जबरन दिलवाया गया है, इसे लेकर पाकिस्तान के मुख्यधारा का मीडिया बेशक खामोश है लेकिन सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म और यू ट्यूबर्स ने अपने अपने हिसाब से इस घटना से जुड़े खुअलासे करने शुरू कर दिए हैं . लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफदर ( Lt. Gen. Ayman Bilal Safdar ) पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में मंगला छावनी में मुख्यालय वाले 1 कोर के कमांडर के ओहदे पर थे.
जनरल ऑफिसर कमांडिंग ( जीओसी ) लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफदर की गिनती पाकिस्तान सेना के शीर्ष नेतृत्व में होती है. उन्होंने सेना पर बीते आम चुनाव पर में धांधली में शामिल होने का आरोप लगाया था. पाकिस्तानी यूट्यूबर्स के खुलासे के मुताबिक़ लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल सफदर ने 5 मार्च 2024 को कोर कमांडररों के सम्मेलन ( core commandar conference ) में “सेना के खिलाफ” टिप्पणी की थी.
अगले साल पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष बनते :
यूं लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफदर को 2027 में रिटायर होना था. अगर वर्तमान पाकिस्तान सेना के मौजूदा प्रमुख जनरल असीम मुनीर आपने निश्चित कार्यकाल के मुताबिक़ सही वक्त पर रिटायर होते तो लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल सफदर को 2025 में सेनाध्यक्ष के पद पर तैनाती का मौका मिल सकता था. अब कहा यह जा रहा है कि सेनाध्यक्ष असीम मुनीर ने कुछ और साल सेना प्रमुख बने रहने की अपनी महत्वाकांक्षा के कारण लेफ्टिनेंट जनरल सफदर पर इस्तीफे का दबाव बनाया. वैसे लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफदर पाकिस्तानी सेना के दूसरे कोर कमांडर हैं, जिन्हें एक साल के अंदर बर्खास्त किया गया या जिनका इस्तीफा करवाया गया . उनसे पहले इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ़ ( पीटीआई pti) के कार्यकर्ताओं के लाहौर में फ्लैग स्टाफ हाउस में तोड़फोड़ के बाद लेफ्टिनेंट जनरल सलमान फैयाज गनी को लाहौर में जीओसी 4 कोर के पद से बर्खास्त किया गया था.
पाकिस्तानी पत्रकार और पाकिस्तान डेमोक्रेसी फोरम के संयोजक हैदर मेहदी ने दावा किया कि वह लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल सफ़दर के इस्तीफे के बारे में जानकारी सार्वजनिक करने वाले पहले व्यक्ति हैं. उन्होंने इस घटना का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया है. इसके मुताबिक़ लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफ़दर को चार अप्रैल को मंगला में जीओसी से हटाकर रावलपिंडी में जीएचक्यू को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया. जबकि बिलाल सफ़दर ने ऐसा करने की बजाय इसके पहले 2 अप्रैल को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था . पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल सफ़दर का इस्तीफ़ा स्वीकार भी कर लिया है. खबर में यह भी बताया गया है कि , लेफ्टिनेंट जनरल अयमान बिलाल सफदर अभी उमरा के लिए सऊदी अरब में हैं.
दो साल पहले हुई तरक्की :
अयमान बिलाल सफ़दर पाकिस्तान सेना कुन एक दर्जन अफसरों में से थे जिन्हें अक्टूबर 2022 में मेजर जन्राल्के पद से तरक्की देकर लेफ्टिनेंट जनरल बनाया गया था. यह पहला मौका था जब पाकिस्तान सेना में लेफ्टिनेंट जनरल के ओहदे पर एक साथ इतने सारे अफसर प्रोन्नत किये गए थे .