पेरिस पुलिस मुख्यालय में चाकू से हमले में 4 पुलिसकर्मियों की हत्या

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पेरिस पुलिस मुख्यालय के सामने फ्रांस की पुलिस ने पूरे इलाके को अपने घेरे में ले लिया.

फ्रांस की राजधानी पेरिस में पुलिस मुख्यालय में घुसे एक शख्स ने चाकू से हमला करके चार पुलिसकर्मियों की जान ले ली. लगातार खतरनाक तरीके से हमला करता जाता ये शख्स भी एक पूर्व पुलिसकर्मी था जिसे काबू ना होता देख वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को गोली मारनी पड़ी और वो भी मारा गया. बेहद दुर्भाग्यपूर्ण ये घटना बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे के आसपास की है जब हर तरह की सुरक्षा बन्दोबस्त और सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद अपने साथ चाकू छिपाकर ये शख्स पेरिस पुलिस मुख्यालय में घुसने में कामयाब हो गया.

कौन है हमलावर :

पेरिस का चाकूबाज पुलिस मुख्यालय के परिसर में मार गिराया गया.

करीब 45 साल का ये शख्स पहले यहीं पेरिस पुलिस में प्रशासनिक काम किया करता था जिसका ओहदा पता नहीं चल सका. उसका नाम लोइस ट्रेवर्स बताया गया है जो यहाँ बीस साल काम कर चुका है.

फ्रांस टीवी के मुताबिक़ ये शख्स यहाँ की इंटेलिजेंस डिवीज़न में कंप्यूटर सेवा में कार्यरत था. मुख्यालय में घुसने के बाद ये अपने दफ्तर में गया और फिर बाहर निकलते वक्त उसने चाकू से हमले किये. इसके हमले में मारे गये चार पुलिसकर्मियों में एक महिला भी है. पुलिस मुख्यालय में मौजूद एक शख्स ने बताया कि वारदात के समय चारों तरफ चीख पुकार मच गई थी. पहले तो डर लग रहा था कि कहीं ये वैसा ही कोई आतंकवादी हमला ही न हो जिसका सामना फ्रांस को 2015 -16 में करना पड़ा था.

ऐसा है पेरिस पुलिस हेडक्वार्टर :

घटना की खबर मिलते ही फ्रांस सरकार का शीर्ष नेतृत्व भी वहां पहुँच गया. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैकरोन, प्रधानमन्त्री और गृहमंत्री भी 19 सदी में बनाई गई पुलिस मुख्यालय की इस इमारत में पहुँच गये. हर कोई हैरान है कि सब तरह के बन्दोबस्त होते हुए ये वारदात किस तरह घटित हो गई. हालांकि इस इमारत में पुलिस के अलावा कुछ और एजेंसियों के भी दफ्तर हैं. यहाँ कुछ विदेशी भी मौजूद थे. पेरिस में रहने वाले अमेरिकी निवास का स्थायी परमिट लेने के लिए यहीं पर पंजीकरण कराते हैं.

हमले का कारण :

जांच में जुड़े एक अधिकारी का कहना था कि इस हमलावर ने 18 महीने पहले धर्म परिवर्तन भी किया था लेकिन फिलहाल उस बिंदु को जांच में फोकस नहीं किया जा रहा है. लगता है काम की जगह से जुड़ा कोई कारण होगा. हमला करने का मकसद भी स्पष्ट नहीं हो सका. गृह मंत्री क्रिटोफे कास्टनर का कहना था कि हमलावर के व्यवहार में पहले किसी तरह का बदलाव या ऐसे चिन्ह नहीं देखे गये थे. ऐसा उन लोगों ने बताया जो उसे जानते थे.

पुलिस में रोष :

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैकरोन ने बाद में दक्षिण फ्रांस में एक कार्यक्रम में तकरीबन 500 लोगों की मौजूदगी में इस घटना को एक त्रासदी बताया और मृतक पुलिसकर्मियों के शोक में एक मिनट का मौन भी रखा गया. वैसे फ्रांस में पुलिस में विभिन्न कारणों से पहले से ही असंतोष व्याप्त है. खासतौर से पुलिसकर्मियों के आत्महत्या करने की घटनाओं और प्रशासनिक कार्यों में तैनात पुलिसकर्मियों से जुड़े मुद्दे रोष पैदा कर रहे हैं. शायद यही वजह थी कि इस घटना को देश के शीर्ष नेतृत्व को बेहद गम्भीरता से लेना पड़ा और राष्ट्रपति समेत देश की तमाम बड़ी शख्सियत पुलिस मुख्यालय पहुँचीं.