वैश्विक महामारी कोविड 19 के संक्रमण से लड़ते हुए पंजाब पुलिस के अधिकारी अनिल कोहली ने आज प्राण त्याग दिए. अनिल कोहली पंजाब के मेनचेस्टर कहलाने वाले औद्योगिक शहर लुधियाना में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी -ACP) तैनात थे. उन्हें नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण (COVID 19) की 13 अप्रैल को पुष्टि हुई थी. श्री कोहली को इलाज के लिए लुधियाना के एसपीएस अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था. कोविड संकट से जूझ रही पंजाब पुलिस के लिए श्री कोहली का निधन, एक बड़ा झटका है.
52 वर्षीय एसीपी अनिल कोहली को कोविड 19 पोज़िटिव पाए जाने के बाद राज्य सरकार ने एसपीएस अपोलो अस्पताल को उनकी प्लाज़्मा थैरेपी में सहायता करने के लिए मेडिकल टीम की मंजूरी हाल ही में तब दी थी जब कोविड 19 की राज्य में समीक्षा के लिए मुख्मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीडियो कान्फ्रेन्स की थी. शनिवार को इसी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली.
प्लाज्मा थेरेपी के तहत मरीज़ को उन लोगों का प्लाज़्मा इंजेक्ट किया जाता है जो उस संक्रमण के प्रभाव में आने के बाद ठीक हो गये हों यानि जिनके शरीर में उस रोग के वायरस से लड़ने की ताकत (एंटीबॉडीज – antibodies) पैदा हो गई हो. उसका प्लाज्मा इसलिए उस मरीज़ को चढ़ाया जाता है ताकि संक्रमण से लड़ने के लिए उसके शरीर में भी एंटीबॉडीज विकसित हो सकें.. एसीपी अनिल कुमार कोहली का इस तरीके से कोविड 19 संक्रमण का इलाज करने का पंजाब में ये पहला केस था.
पंजाब भारत के उन राज्यों में से है जहां कोविड 19 संक्रमण की शुरुआत सबसे पहले हुई और जहां लॉक डाउन और कर्फ्यू जैसे तौर तरीके सबसे पहले अपनाए गये. अब तक पंजाब में कोविड 19 के 211 पोज़िटिव मामले पाए गये हैं और इससे 15 मरीजों की मौत हो चुकी है. अभी तक इलाज़ के बाद 30 मरीज़ ठीक हुए हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है.
इंदौर में कोविड 19 से जंग लड़ते चल बसे योद्धा इंस्पेक्टर देवेन्द्र चन्द्रवंशी