वैश्विक महामारी कोविड 19 के संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल में तबाही मचाकर गये अम्फन के निशान अभी ताज़ा ही हैं कि भारत में आपदा नियंत्रण और नागरिक सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न एजेंसियों को एक और मुसीबत का सामना करने के लिए तैयार होना पड़ रहा है. ये मुसीबत अरब सागर से भारत की तरफ तेजी से बढ़ता हुआ चक्रवात ‘निसर्ग (Nisarga)’ है जिसके बुधवार को भारत के पश्चिम तटीय क्षेत्रों में पहुंचकर नुकसान पहुँचाने की आशंका है. ये तूफ़ान महाराष्ट्र, गुजरात और दमन एवं दीव के कुछ हिस्सों को अपनी चपेट में ले सकता है. इस दौरान 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती हैं.
भारत के केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस चक्रवात से निपटने की तैयारी पर एनडीएमए (NDMA), एनडीआरएफ (NDRF), मौसम विभाग और भारतीय तटरक्षक के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. खास बात ये भी है कि ये चक्रवाती तूफ़ान निसर्ग दक्षिण मुम्बई में असर कर सकता है. मुम्बई में चक्रवाती तूफ़ान की ये पहली घटना हो सकती है. गुजरात में 3 और 4 जून को तेज़ बारिश होने का अंदाज़ा है.
इस बीच, एनडीआरएफ ने बताया कि उसकी पहले ही गुजरात में दो रिजर्व सहित 13 टीमें एवं महाराष्ट्र में 7 रिजर्व टीमों सहित 16 टीमों की तैनात है. वहीं, दमन एवं दीव तथा दादर और नागर हवेली के लिए एक-एक टीम की तैनाती की गई. एनडीआरएफ निचले स्तर वाले समुद्र तटीय क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए राज्य सरकारों की सहायता कर रहा है.
इससे पहले भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने सूचना दी कि दक्षिण पूर्व और समीपवर्ती पूर्व मध्य अरब सागर एवं लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र विक्षोभ में संकेंद्रित हो गया है और अगले 12 घंटों के दौरान एक गहरे दबाव के रूप में इसके तेज़ होने की आशंका है. यही नहीं ये उसके 24 घंटों के बाद और तभी तेज़ होकर पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान के रूप में बदल सकता है. मछुआरों को ताकीद कर दी गई है कि वो मछली पकड़ने समुद्र में न जायें.
समीक्षा बैठक के बाद में, अमित शाह ने इस मुद्दे पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एवं दादर और नागर हवेली तथा दमन एवं दीव के प्रशासक प्रफुल पटेल के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बैठक की. गृह मंत्री ने आने वाले तूफान को देखते हुए हर तरह की केंद्रीय सहायता का भरोसा दिया और उनसे इस स्थिति से निपटने के लिए अपेक्षित आवश्यकता एवं संसाधनों का विवरण देने को कहा. बैठक में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद , एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान और विभिन्न एजेंसियों व बलों के अधिकारी मौजूद थे. श्री प्रधान ने बताया कि गुजरात और महाराष्ट्र में 31 से टीम तो है हीं. इनके अलावा पंजाब में और आंध्र प्रदेश में भी टीमों को अलर्ट रखा गया है.