भारतीय पुलिस सेवा ( indian police service ) के अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (national security guard) के महानिदेशक के पद की भी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. श्री चौधरी वर्तमान में सशस्त्र सीमा बल ( sashastra seema bal) के महानिदेशक हैं. श्री चौधरी 1990 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी है और जनवरी में ही उनको एसएसबी का प्रमुख बनाया गया था.
ब्लैक कैट कमांडो ( black cat commando ) के रूप में भी जाना जाने वाला एनएसजी भारत का आतंकवाद विरोधी बल है. अभी तक 1986 बैच के उत्तराखंड कैडर के आईपीएस एम ए गणपति इसके महानिदेशक थे. उनके 29 फरवरी को रिटायर होने पर तीन महीने के इंतजाम के तहत श्री चौधरी को एनएसजी की कमान सौंपी गई है . इस बीच में अगर किसी अधिकारी की स पद पर नियमित तैनाती होती है तो श्री चौधरी से यह ज़िम्मेदारी ले ली जाएगी वरना पूरे टीम महीने की अवधि के दौरान वह एनएसजी का काम भी देखेंगे.
58 वर्षीय आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती है. उनको अभी तक तक 3 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है. उत्तर प्रदेश कैडर का होने के बावजूद आईपीएस दलजीत सिंह चौधरी लंबे समय से केंद्र में अलग अलग जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उनकी रिटायरमेंट नवंबर 2025 में होनी है .
एनएसजी क्या है :
एनएसजी भारत के गृह मंत्रालय के अधीन एक शानदार और जानदार बल है जिसके कमांडो आतंकवाद और अपहरण विरोधी अभियानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ट्रेंड होते हैं . इसमें विभिन्न पुलिस बलों और सेना से भी कार्मिक लिए जाते हैं .बल को विशिष्ट परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और सरकार द्वारा समझी गई असाधारण परिस्थितियों में ही इसका उपयोग किया जाता है. वी आई पी सुरक्षा बन्दोबस्त में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
एनएसजी भारत के गृह मंत्रालय के अधीन एक शानदार और जानदार बल है जिसके कमांडो आतंकवाद और अपहरण विरोधी अभियानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ट्रेंड होते हैं . इसमें विभिन्न पुलिस बलों और सेना से भी कार्मिक लिए जाते हैं .बल को विशिष्ट परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और सरकार द्वारा समझी गई असाधारण परिस्थितियों में ही इसका उपयोग किया जाता है. वी आई पी सुरक्षा बन्दोबस्त में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
एनएसजी का इतिहास भी शानदार रहा है . मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले (26 /11 mumbai attack ) के दौरान एनएसजी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था.