नई दिल्ली. 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी 46 वर्षीय प्रवीण सिंह का रविवार को मैक्स अस्पताल में निधन हो गया. वह ब्रेन इंफेक्शन के शिकार थे. प्रवीण कितने तेज-तर्रार आफिसर थे इसका अंदाज इसी से लग जाता है कि वह इस समय एनआईए (NIA) में उप महानिरीक्षक (DIG) के पद पर थे. वह मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर के निवासी थे. वह उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता और भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल के दामाद थे.
जानकारी के मुताबिक प्रवीण सिंह पिछले दिनों विदेश यात्रा पर गये थे जहाँ खाना खाने के बाद वह बीमार पड़ गये. बताया जाता है कि उनके खाने में कोई कीड़ा था जिसे वह देख नहीं पाए और उसने उनके दिमाग को संक्रमित कर दिया. उनका इलाज अमेरिका में भी हुआ. लेकिन उनकी दशा में कोई सुधार नहीं हुआ तब उन्हें दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हास्पिटल में भर्ती कराया गया. इलाज जरूर चल रहा था पर सुधार नही हो रहा था बल्कि उनके मस्तिष्क का आकार बढने लगा.
झारखंड में वह तैनाती के दौरान नक्सलियों के खिलाफ काल बन गये. उन्होंने दुर्दांत नक्सली कुंदन पाहन के आतंक से रांची को मुक्त कराया. यही नहीं रांची में एसएसपी रहने के दौरान प्रवीण ने तीन मौकों पर दंगाइयों को काबू किया और दंगे की आग में जलने से शहर को बचाया.