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भारतीय पुलिस सेवा ( आईपीएस ) की अधिकारी और सीआरपीएफ के दक्षिण सेक्टर की प्रभारी महानिरीक्षक ( आईजी ) चारू सिन्हा के कार्यकाल के दौरान यह कार्यक्रम श्रीनगर में शुरू किया गया था . हैदराबाद में दक्षिण सेक्टर की आईजी के तौर पर तैनाती से पहले श्रीमती सिन्हा श्रीनगर सेक्टर की आईजी थीं . इस सम्मान और कार्यक्रम की सफलता के लिए उन्होंने इस कार्य में लगी पूरी टीम को श्रेय दिया है.
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आईपीएस चारू सिन्हा का कहना है कि यह ‘ स्मार्ट पुलिसिंग ‘ (smart policing ) का यह अवार्ड मैं श्रीनगर सेक्टर में तैनात उन सीआरपीएफ कार्मिकों को करना चाहूंगी जिनके लिए और जिनके जीवन से प्रेरित होकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई . श्रीमती सिन्हा ने कार्यक्रम की सफलता का श्रेय उन प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों को दिया है जिन्होंने इसे लागू करने में बेहद सब्र और जुझारू दिखाया.
लव यू जिंदगी (LUV YOU ZINDAGI ) कार्यक्रम आतंकवाद प्रभावित जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के श्रीनगर सेक्टर में शुरू करने का विचार तब आया था जब वहां तैनात जवानों में तनाव और उससे उत्पन्न विकारों के कारण उनके व्यवहार में नकारात्म बदलाव देखने को मिले. सर्दी का मौसम , काम का दबाव , घर परिवार से दूरियाँ , घर की या निजी परेशानियां , आर्थिक हालात आदि ऐसे कई कारण जवानों की मनोदशा पर नकारात्मक असर डाल रहे थे. इससे काम के दौरान ही नहीं उनकी घरेलू जिंदगी पर भी असर पड़ रहा था. कई जवान ऐसे हालात और दबाव से इतने अवसाद में चले जाते हैं कि खुदकशी कर लेते हैं या उनमें इस तरह के विचार आने लगते हैं. कभी कभार यह हालात उनमें कुंठा , दूसरों के प्रति घृणा आदि भी पैदा करते हैं कि वह दूसरों के प्रति हिंसक भी हो उठते हैं .
सितंबर 2021 में जब 1996 बैच की तेलंगाना कैडर की आईपीएस चारू सिन्हा ने श्रीनगर में सीआरपीएफ के आईजी का ओहदा संभाला उस साल के आंकड़े बताते हैं कि 58 जवानों ने बल में खुदकशी की. बिहार में 2018 में बल में लिंग भेद के कारण आने वाली समस्याओं और इस विषय पर जागरूकता की दिशा में काम कर चुकी चारू सिन्हा ने श्रीनगर आने के बाद उपरोक्त परिस्थितियों का अध्ययन व आकलन किया. इसके बाद उन्होंने ‘अमृता विश्व विद्यापीठम’के साथ मिलकर एक ऐसा कार्यक्रम चलाने का विचार बनाया जो सीआरपीएफ जवानो में तमाम तरह के दबावों से पैदा हुई समस्याओं का पता लगाने से लेकर उनका समाधान करने के तौर तरीके सिखाए व समझाए. यहीं से सात दिन के इस कोर्स यानि ‘ लव यू जिंदगी ‘ कार्यक्रम कि शुरुआत हुई. कोर्स का महामंत्र है – खुश जवान , खुश परिवार , खुश सीआरपीएफ.
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‘लव यू जिंदगी ‘कोर्स की शुरुआत से ही कोर्डिनेटर के तौर पर काम कर रही सीआरपीएफ की सहायक कमांडेंट मोनिका साल्वे ने रक्षक न्यूज़ से बातचीत के दौरान इस साल के शुरुआत में आंकड़े साझा करते हुए बताया था कि तक 27000 से ज्यादा जवानों को ‘लव यू जिंदगी ‘ कोर्स कराया जा चुका है. हर यूनिट में 2 मास्टर ट्रेनर अधिकारी हैं. कुल मिलाकर अब कोर्स के 50 मास्टर ट्रेनर्स हैं और 550 फ्रंटलाइन ट्रेनर हैं. सीआरपीएफ जवानों को अवसाद रहित और खुश रहने के तरीके सिखाने के साथ साथ ये कोर्स उनकी पितृसत्ता और पुरुष प्रधान समाज वाली सोच बदलने और उनको अपने परिवार की महिलाओं को सशक्त बनाने में प्रेरित करता है. इसके लिए भी उनको आसानी से अमल में लाये जाने वाले तरीके सिखाए जाते हैं.