सीआरपीएफ पासिंग आउट परेड: बल को 22 नए अधिकारी मिले , फिलहाल होंगे कंपनी कमांडर

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सीआरपीएफ पासिंग आउट परेड कमांडर विनय जावला

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 22 सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों (डीएजीओ DAGO) के 54वें बैच की पासिंग आउट परेड सोमवार को गुरुग्राम में सीआरपीएफ अकादमी में आयोजित की गई. विभिन्न प्रकार की 52 हफ्तों की सख्त ट्रेनिंग पूरी करके अधिकारी बने इन युवाओं को पहली नियुक्ति कंपनी कमांडर के तौर पर दी जाएगी .

इस बैच को परेड से जो प्रशिक्षण दिया गया उसमें  आग्नेयास्त्र संचालन, कानून प्रवर्तन, प्रबंधन, मानवाधिकार, वीआईपी सुरक्षा, कानून और व्यवस्था रखरखाव, शारीरिक फिटनेस, निहत्थे युद्ध, फील्ड इंजीनियरिंग, आईईडी मॉड्यूल, फील्डक्राफ्ट, जंगल अस्तित्व आदि विषयों के अलावा काफी कुछ  शामिल किया गया था.

पासिंग आउट परेड   समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने अध्यक्षता की. परेड की कमान प्रशिक्षुओं में से एक विनय जावला ने संभाली, जिन्होंने न केवल विशिष्टता के साथ नेतृत्व किया, बल्कि गृह मंत्री की ट्रॉफी, स्वॉर्ड ऑफ ऑनर ( sword of honour ) और आउटडोर ट्रेनिंग में सर्वश्रेष्ठ ट्रॉफी हासिल की है .

शपथ ग्रहण समारोह

इनडोर विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए साहिल छिकारा  और उत्कृष्ट शारीरिक प्रशिक्षण क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए अंशुल मिश्रा को भी विशेष सम्मान दिया गया.

आईपीएस अनीश दयाल सिंह ( ips anish dayal singh ) ने 52 सप्ताह के कठिन बुनियादी प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद स्नातक अधिकारियों और उनके परिवारों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई दी.  उन्होंने कहा कि  सीआरपीएफ का आदर्श वाक्य ‘सेवा और निष्ठा ‘   उनके पूरे करियर में हमेशा मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में काम करेगा.

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 22 सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों का 54वां बैच.

सीआरपीएफ प्रमुख ने विश्वास जताया कि प्रशिक्षण के दौरान की गई कड़ी मेहनत से यह युवा अधिकारी सीआरपीएफ को सम्मान और गौरव दिला सकेंगे और देश की आंतरिक सुरक्षा सुरक्षित हाथों में है.

सीआरपीएफ  महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने , अब देश के विभिन्न क्षेत्रों में कंपनी कमांडर के रूप में काम करने वाले इन युवा अधिकारियों  को  “राष्ट्र प्रथम” की भावना को प्राथमिकता देने और देश की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों का धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.