भारतीय सेना के दंसल (Dansal) स्थित केंद्र में शानदार प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 460 जवान जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंटरी में शामिल हो गए. साहस और बहादुरी के लिए अलग पहचान रखने वाली लोकप्रिय जैक एलआई (JAK LI ) में शामिल हुए ये जवान केंद्र शासित क्षेत्र जम्मू -कश्मीर और लदाख के हैं. एक साल की सख्त ट्रेनिंग के बाद सेना का हिस्सा बने इस जवानों ने यहाँ बेहतरीन अटेस्टेशन परेड (attestation parade) में प्रदर्शन किया.
सेना में शामिल होने के इनके जीवन के इन सुनहरी और भावुक पलों में परिवार वाले साथ नहीं थे. दरअसल, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लागू कोविड 19 प्रोटोकॉल नियमों के तहत यहाँ बाहर से लोगों के आने पर पाबंदी के कारण ऐसा किया गया. परेड के दौरान वहां मौजूद जवानों और अधिकारियों ने फेस मास्क और अन्य नियमों का सख्ती से पालन किया.
शनिवार 19 सितम्बर 2021 को जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के जम्मू ज़िले में स्थित दंसल रेजीमेंटल सेंटर (Jammu and Kashmir Light Infantry Regimental Centre) में ये परेड रंगरूट कोर्स क्रमांक 126 पास करने वाले जवानों की थी. सरताज अहमद वानी को सर्वश्रेष्ठ रंगरूट घोषित करते हुए शेर – ऐ – कश्मीर सोर्ड ऑफ़ आनर (sher e kashmir sword of honour) और त्रिवेणी सिंह मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया. रंगरूट अमनदीप सिंह बेहतरीन गोलीबारी के लिए चेवांग रिनचेन मेडल के हकदार बने.
प्रशिक्षण के दौरान सैन्य गुणों से भरपूर अन्य क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए भी रंगरूटों को सम्मानित किया गया. ‘शारीरिक प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन’ के लिए परमीत शर्मा को मकबूल शेरवानी मेडल से सम्मानित किया गया जबकि ‘अभ्यास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन’ के लिए मोहम्मद असद को बाना सिंह मेडल प्रदान किया गया. लेफ्टिनेंट जनरल एम के दास ने सेना का नया-नया हिस्सा बने इन जवानों को बधाई और शुभकामनाएं दीं और निस्वार्थ सेवा पर जोर दिया. उन्होंने जम्मू कश्मीर के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा बलों में भर्ती होने के लिए प्रेरित किये जाने की तारीफ़ की. इसके लिए युवाओं के सेना को करियर के तौर पर अपनाये जाने के मामले में प्रेरणा के तौर पर माता पिता की अहम भूमिका का महत्व बताया.
चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी (officers training academy) के कमांडेंट और जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के रेजिमेंटल कर्नल लेफ्टिनेंट जनरल एम के दास ने अटेस्टेशन परेड की सलामी ली और समीक्षा की. देश के लिए मर मिटने के संकल्प वाला जब रेजीमेंट का गीत ‘बलिदान वीर लक्षणम्’ जब जवानों ने एक सुर में पूरे जोश से गाया तो पूरा वातावरण सैन्य रोमांच से भर गया. इसके साथ ही राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी और राष्ट्रीय गान ‘ जन गण मन’ का गान माहौल को देशभक्ति से सराबोर कर गया.