भारतीय सेना में भी ला (Law) ग्रेजुएट के लिये अच्छे खासे अवसर

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जज एडवोकेट जनरल (JAG-जैग)
प्रतीकात्मक फोटो

भारतीय सेना (Indian Army) में भी ला (Law) ग्रेजुएट के लिये अच्छे खासे अवसर हैं. कोर्ट मार्शल या मिलिट्री कानून से सम्बंधित मामलों के लिये सेना जज एडवोकेट जनरल (JAG-जैग) नियुक्त करती है. ऐसे छात्र जो किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से ला की डिग्री ले चुके हैं, सेना उनके लिये बेहतर अवसर मुहैया कराती है. यह पद मेजर जनरल स्तर के अधिकारी के अधीन होता है जो सेना का लीगल और ज्युडीशियल चीफ होता है.

योग्यता की जहाँ तक बात है तो सर्वप्रथम अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना चाहिये. अभ्यर्थी ला की डिग्री में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ 10+2 के बाद 5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स या ग्रेजुएशन के बाद तीन वर्षीय एलएलबी हो सकता है. यदि छात्र/अभ्यर्थी की आयु 21 से 27 वर्ष के बीच हैऔर अविवाहित है तो एलएलबी के बाद इस पद के लिये आवेदन कर सकता है.

आमतौर पर जनवरी और जुलाई में (साल में दो बार) आवेदन स्वीकार किये जाते हैं. इसकी अधिसूचना ‘रोजगार समाचार’ में प्रकाशित होती है. हर बार लगभग 10 अभ्यर्थियों की नियुक्ति होती है. इसके बाद कुछ महीने का प्रशिक्षण शुरु किया जाता है. ज्यादा जानकारी भारतीय सेना में करियर की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर ले सकते हैं.